Saran News: सारण जिला परिषद में मचा बवाल, 32 पार्षद अचानक गए सैर पर; अध्यक्ष की कुर्सी पड़ी खतरे में
Saran News सारण जिला परिषद की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। जिला परिषद अध्यक्ष जयमित्रा देवी के खिलाफ 17 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर सियासी पारा चढ़ा दिया है। अब इनकी कुर्सी पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है क्योंकि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के आवेदन के बाद 47 जिला पार्षदों में से 32 जिला सैर पर चले गए हैं।
जागरण संवाददाता, छपरा। Saran News: सारण जिला परिषद की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। जिला परिषद अध्यक्ष जयमित्रा देवी के खिलाफ 17 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर सियासी पारा चढ़ा दिया है। अब इनकी कुर्सी पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है, क्योंकि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के आवेदन के बाद 47 जिला पार्षदों में से 32 जिला सैर पर चले गए हैं।
इनसे मोबाइल पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। सूत्र बताते है कि 32 पार्षद स्नेहा सिंह के खेमे में है जबकि जयमित्रा देवी के खेमे में वर्तमान में 15 ही पार्षद है। यह सब एका-एक होने से जयमित्रा देवी के खेमे को संभलने का मौका ही नहीं मिला।
उच्च न्यायालय के जजमेंट से बढा सियासी तापमान
बताया जाता है कि पटना उच्च न्यायालय में अपील संख्या 125 वर्ष 2024 व सिविल रिट अधिकारिता मामला संख्या 1726 वर्ष 2024 समेत अन्य मामलों की एक साथ सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन ने अविश्वास प्रस्ताव पर जजमेंट देते हुए कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव के दिन जितने लोग उपस्थित होंगे, वे वोट देंगे। उसमें बहुमत देखा जाएगा। इस दौरान कुल संख्या नहीं देखा जाएगा।इसके बाद जिला परिषद की राजनीति फिर से गर्म हो गई। वर्तमान अध्यक्ष इस पर कोई एक्शन लेती कि विपक्षी खेमे ने 32 पार्षदों को छपरा से बाहर घूमने के लिए भेज दिया। इसके बाद पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन दिया।
15 जनवरी को कोरम के अभाव में गिर गया था अविश्वास प्रस्ताव
उल्लेखनीय हो कि 15 जनवरी 24 को सारण जिला परिषद की अध्यक्ष जयमित्रा देवी के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव कोरम के अभाव में गिर गया था। चार जनवरी को 17 जिला पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन 15 जनवरी को बुलाई गई विशेष बैठक में अध्यक्ष समेत मात्र छह पार्षद ही उपस्थित हो सके। उससे अविश्वास प्रस्ताव पर न बहस हुई और न ही वोटिंग कराया गया।इस विशेष बैठक की अध्यक्षता इसुआपुर से जिला पार्षद छविनाथ सिंह ने की थी। उसमें बैठक के लिए 25 जिला पार्षद होना अनिवार्य बताते हुए 25 में से सिर्फ पांच सदस्य के उपस्थित होने पर जिला परिषद अध्यक्ष पर लगा अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया था। इस तरह से जयमित्रा देवी अगले तीन सालों तक जिला परिषद अध्यक्ष की अध्यक्ष बन गई।
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