Sheohar: डुब्बाघाट में बागमती ने बदली धारा, 40 मीटर पश्चिम की ओर खिसकी; रुख बदलने से होगा ये असर
डुब्बाघाट में बागमती नदी ने अपनी धारा बदल ली है। यहां नदी की मुख्य धारा लगभग 40 मीटर पश्चिम चली गई है। पुरानी मुख्य धारा नाले की तरह दिख रही है। नदी की धारा बदलने का असर तटबंधों पर पड़ेगा। भीषण बाढ़ की स्थिति में तटबंध पर दबाव पड़ेगा और बाढ़ की तबाही भी हो सकती है। डुब्बाघाट में पहले जब बागमती में पानी कम होता था।
By Neeraj KumarEdited By: Prateek JainUpdated: Thu, 17 Aug 2023 02:36 PM (IST)
सुनील कुमार गिरि, शिवहर: डुब्बाघाट में बागमती नदी ने अपनी धारा बदल ली है। यहां नदी की मुख्य धारा लगभग 40 मीटर पश्चिम की ओर चली गई है। पुरानी मुख्य धारा नाले की तरह दिख रही है।
नदी की धारा बदलने का असर तटबंधों पर पड़ेगा। भीषण बाढ़ की स्थिति में तटबंध पर दबाव पड़ेगा और बाढ़ की तबाही भी हो सकती है।डुब्बाघाट में पहले जब बागमती में पानी कम होता था, तब तीन अलग-अलग धाराएं नजर आती थीं। बरसात में जब पूरा पानी आता था तो यह खत्म हो जाता था। इस बार ऐसा नहीं है। नदी आधा किलोमीटर तक मुख्य धारा से 40 मीटर दूर खिसक गई है।
'अक्सर धारा बदलती है यह नदी'
किसान अरुण कुमार बताते हैं कि इसका असर आने वाले समय में तटबंधों पर पड़ेगा। पूर्व जिला पार्षद अजब लाल चौधरी बताते हैं कि बागमती की प्रकृति को समझना बड़ा मुश्किल है।यह नदी अक्सर अपनी धारा बदलती रही है। जब कभी धारा बदलती है तो तबाही के निशान छोड़ जाती है। इससे पहले 2003 में नदी ने अपनी धारा बदली थी। तब बेलवाघाट से तरियानी तक करीब 22 किलोमीटर में नदी आधा से लेकर दो किमी तक खिसक गई थी।
बागमती प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता राकेश रंजन का कहना है कि धारा में परिवर्तन की तस्वीर दिख रही है, लेकिन इससे तटबंध या नदी की प्रकृति में कोई बदलाव नहीं आएगा।
बदली धारा अभी तटबंध से काफी दूर है। सभी तटबंध सुरक्षित हैं। घबराने की बात नहीं है। विभाग की टीम परिवर्तन के कारण के बारे में अध्ययन करेगी।
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