दोपहर 12 बजे अपने घर श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के नयागांव से निकले नौशाद आलम ने शिवहर से एक बजे बस पर सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हुआ।पत्नी से रात 11 बजे तक बात हुई और बुधवार को दोपहर तीन बजे उसे शौहर के दुनिया से अलविदा होने की मनहूस खबर मिली।
मोबाइल पर फोन आते ही उसके चीत्कार व क्रंदन से इलाका दहल गया। वह गश खाकर गिर पड़ी। आसपास की महिलाओं ने उसे संभाला।घर से निकलने के चंद घंटे बाद ही शौहर से जीवनभर का साथ छूट गया। अब उसके लिए चार बच्चों की परवरिश अब एक बड़ा सवाल बन गया है।
दिल्ली में दर्जी का काम करता था नौशाद
मो. नौशाद आलम पुरानी दिल्ली के बाबना इलाके में दर्जी का काम करता था। वह पिछले दस वर्षों से दिल्ली में ही रह रहा था।
बकरीद से चार दिन पूर्व वह घर आया था और नवंबर में आने की बात कह कर रवाना हुआ था। लेकिन पत्नी समेत स्वजन अब उसके शव के गांव लाए जाने का इंतजार कर रहे है।
पत्नी के मांग से मिटा सिंदूर, पिता का सहारा भी छिना
शिवहर शहर के ब्लॉक रोड वार्ड 14 निवासी लखन लाल साह के बेटे दीपक कुमार (27) की पत्नी पिंकी देवी के मांग के सिंदूर पलभर में ही मिट गए। सबसे पहले दीपक की मौत की मनहूस घर लखन लाल साह के परिवार को ही मिला।
सूचना मिलते ही स्वजन उन्नाव के लिए रवाना हो गए। जबकि पत्नी अपनी बेबसी पर आंसू बहाती रही। घटना की सूचना मिलते ही ब्लॉक रोड स्थित दीपक के आवास पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।दीपक कुमार के पिता लखन लाल साह दिल्ली में अपना कारोबार करते है। वह इन दिनों बीमार चल रहे हैं।पिता के काम में हाथ बंटाने के लिए दीपक कुमार मंगलवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए थे, लेकिन उन्नाव में ही उनका सफर थम गया।
दीपक की शादी चार साल पूर्व हुई थी। उसे तीन वर्ष का एक पुत्र है। घटना के बाद पत्नी के आंसू नहीं थम रहे है।
हैप्पी की मौत से परिवार बदहवास
पुरनहिया प्रखंड के कटैया निवासी किसान विजय कुमार सिंह के पुत्र हिमांशु कुमार उर्फ हैप्पी सिंह की मौत के बाद पूरा परिवार बदहवास है।स्नातक तक की शिक्षा हासिल करने वाले हैप्पी सिंह पिछले एक साल से दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में काम कर रहे थे। विजय सिंह के दो बेटों में हैप्पी बड़ा था। लिहाजा उस पर परिवार की बड़ी जिम्मेदारी थी।
विजय सिंह के लिए हैप्पी बुढापे का लाठी था। लेकिन उन्नाव बस हादसे ने विजय सिंह से बुढ़ापे की लाठी छीन ली थी। पिता उसकी शादी के लिए तैयारी कर रहे थे। घटना के बाद माता-पिता व भाई सहित स्वजनों के अरमानों पर पानी फिर गए है।
जिले के आठ लोगों की मौत
उन्नाव बस हादसे में जिले के कुल आठ लोगों की मौत के बाद परिवार पर विपत्तियों का साया टूट पड़ा है।श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के फुलकाहा पंचायत के रामपुर केशो निवासी मो. मुर्तजा की हादसे में मौत पर परिवार पर विवत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा है।
मो. जैनुल हक के इकलौते पुत्र मो. मुर्तजा की बस हादसे में मौत से पूरा परिवार सदमें में है। पत्नी व चार बच्चों से फरमाइस सुनने व अगली बार तोहफा लाने की बात कह कर मो. मुर्तजा मंगलवार को दिल्ली के लिए निकले थे।पिता सहित परिवार के लोगों ने घर पर ही व्यवसाय या मजदूरी की बात कही थी। लेकिन, अधिक पैसा कमाने व परिवार की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए उन्होंने अंतिम बार दिल्ली जाने की बात कही थी। उसने कहा था कि लौटकर आने के बाद वह कभी दिल्ली नहीं जाएंगे।
4 बच्चों के सिर से छिना पिता का साया
उन्नाव बस हादसे में पुरनहिया थाना क्षेत्र के पकड़ी निवासी विज्येंद्र राय के पुत्र भरत राय (45) की मौत की खबर के बाद पत्नी रेणू देवी बदहवास है। तीन पुत्र व एक पुत्री के साथ वह गांव पर रहती है।पति अक्सर दिल्ली व पंजाब में मजदूरी करता रहा है। अपने इलाके में धान की रोपनी के बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हुआ था।ग्रामीणों के अनुसार, यह परिवार बेहद गरीब है। अब इन बच्चों की परवरिश कैसे होगी, रेणू देवी को यह सवाल खाए जा रहा है।
श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के मकसुदपुर कररिया पंचायत के लालगढ़ छावनी निवासी कामेश्वर पंडित के पुत्र शिवदयाल पंडित (28) व शिवहर नगर परिषद के वार्ड आठ निवासी रामचंद्र राय के पुत्र अनिल राय व श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के जहांगीरपुर निवासी वशिष्ठ राय के पुत्र सत्येंद्र राय की हादसे में मौत ने वृद्ध माता पिता के अरमानों पर पानी फेर दिया है।
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