Bihar News: धान खरीद में अब नहीं हो पाएगी घपलेबाजी, सरकार ने उठाया बड़ा कदम; आधार और जीपीएस जरूरी
धान की खरीद में घपलेबाजी को रोकने के लिए बिहार सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। धान खरीद को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने और किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए धान खरीद को आधार से जोड़ा गया है और धान व चावल की ढुलाई को जीपीएस आधारित बनाया गया है। बिना जीपीएस वाले वाहन से धान और चावल की ढुलाई नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, शेखपुरा। सहकारी संस्थानों द्वारा सरकार समर्थिक मूल्य पर किसानों से धान खरीद की व्यवस्था को इस बार लीक प्रूफ बनाया गया है।
जिला सहकारिता पदाधिकारी शशिकांत शशि ने बताया कि इस बार धान खरीद को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने और किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए धान खरीद को आधार से जोड़ा गया है और धान व चावल की ढुलाई को जीपीएस आधारित बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि पैक्स या व्यापार मंडल पर धान बेचने वाले किसानों का सबसे पहले थंपिंग मशीन पर अंगूठा लगाकर उनका आधार से सत्यपान किया जाएगा और फिर उनका धान खरीदा जाएगा। इससे किसान के नाम पर कोई व्यापारी या बिचौलिया को धान बेचने से रोका जाएगा।
खरीदे गए धान का चावल बनाने के लिए राइस मिल तक उसकी ढुलाई वाले वाहन में जीपीएस लगाया जाएगा। बिना जीपीएस वाले वाहन से धान और चावल की ढुलाई नहीं होगी।
24 घंटे में लक्ष्य मिलेगा
जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया जिला को धान खरीद का लक्ष्य मिल गया है। जिला को मिले 38220 मीट्रिक टन लक्ष्य को अब पैक्स और व्यापार मंडलों में बांटा जा रहा है। इसके लिए जिला टास्क फोर्स की बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में कार्यवाही की जा रही है।
कृषि विभाग से पंचायतवार धान की रोपनी और अनुमानित उत्पादन का आंकड़ा मिल गया है। उसी अनुपात में धान खरीद का लक्ष्य पैक्सों को दिया जाएगा। जिला में अब तक 107 किसानों से 926 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है।
चावल बनाने को 5 मिल
सहकारी संस्थानों द्वारा खरीद किए जाने वाले धान से चावल बनाने के लिए जिला के 5 राईस मिलो को अभी तक सूचीबद्ध किया गया है। सरकार ने उसना चावल बनाने का निर्देश दिया है। इस वजह से उसना मिलों को ही सूचीबद्ध किया गया है।
इसमें हथियावां का ब्रज राधे रानी राइस मिल,करकी का मां अन्नपुर्णा राईस मिल,पैन का मां काली राइस मिल,कैथमा का राधा ट्रेडर्स तथा माफो का दीपम फूड्स शामिल हैं। पैक्सों को राईस मिलों से भी टैग करने का काम किया जा रहा है।