UPSC CSE Result : बिहार के इस IRS अफसर की बेटी ने UPSC में मारी बाजी, क्लर्क ने भी लहराया परचम
UPSC CSE Result यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में बिहार की बेटी ने भी बाजी मारी है। तोयगढ़ की संस्कृति सिंह खुद एक आईआरएस अफसर की बेटी हैं। इतना ही नहीं संस्कृति के दादा भी एक आईपीएस अफसर थे। इधर शेखपुरा में सिविट कोर्ट में लिपिक के तौर पर कार्यरत महेश प्रसाद ने भी यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है।
जासं, शेखुपरा। बरबीघा प्रखंड अंतर्गत जयरामपुर थाना के तोयगढ़ गांव निवासी आईआरएस अधिकारी राकेश सिंह की पुत्री संस्कृति सिंह को सिविल सेवा परीक्षा में बाजी मारी है। 366वीं रैंक के साथ उनको आईआरएस मिला है।
जानकारी देते हुए उनके परिजन पप्पू सिंह ने बताया कि संस्कृति सिंह कर्नाटक में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राकेश सिंह की पुत्री हैं। वे दिल्ली और कर्नाटक में पढ़ाई करने के बाद यह सफलता प्राप्त की है।
बता दें की संस्कृति सिंह के दादाजी, भरत सिंह शेखपुरा जिला के पहले आईपीएस पदाधिकारी थे। वे यूपी कैडर में रहे। भरत सिंह का निधन पिछले साल हो गया।
भरत सिंह के दो पुत्र हैं। इनमें से एक राकेश सिंह असिस्टेंट चीफ सेक्रेटरी कर्नाटक सरकार में अभी कार्यरत हैं। इनका एक पुत्री संस्कृति सिंह है। जिसने यह सफलता प्राप्त की है। भरत सिंह के दूसरे पुत्र मुकेश सिंह भी असिस्टेंट कैग के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
सिविल कोर्ट के लिपिक महेश यूपीएससी में सफल हुए
शेखपुरा सिविल कोर्ट में कार्यरत लिपिक महेश प्रसाद ने देश की सबसे प्रतिष्ठित संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता पाई है। संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को 2023 की मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित किया है, जिसमें महेश प्रसाद को 1016वीं रैंक मिली है।प्रसाद के सहयोगी तथा सिविल कोर्ट कर्मचारी संघ के मीडिया प्रभारी अजीत कुमार ने बताया मुजफ्फरपुर जिला के मीनापुर थाना के तुर्की खराक गांव निवासी महेश प्रसाद 2018 से शेखपुरा सिविल कोर्ट में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं।
इसी वर्ष बिहार लोक सेवा आयोग की सहायक शिक्षक परीक्षा में भी महेश ने सफलता पाई थी। महेश की संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता पर उनके सहकर्मियों के साथ अधिवक्ताओं ने भी उन्हें बधाई दी है।यह भी पढ़ेंयहां तो गुरुजी फर्जी सर्टिफिकेट पर कर रहे थे नौकरी, पड़ गई KK Pathak के विभाग की नजर; फिर क्या हुआ
KK Pathak : '...बच्चियों को नहीं भेजेंगे स्कूल', शिक्षा विभाग के इस फैसले के खिलाफ खड़े हुए अभिभावक
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।