'खाकी वेबसीरीज में मेरे बारे में गलत दिखाया'- रियल लाइफ के पिंटू महतो निर्माताओं को कोर्ट में देंगे चुनौती
1995 से 2005 के दशक में शेखपुरा और नवादा जिलों के आपराधिक इतिहास पर बनी वेब सीरीज खाकी दी बिहार चैप्टर को लेकर विवाद बढ़ने लगा है। पिंटू महतो ने निर्माता नीरज पांडे और पूर्व एसपी अमित लोढ़ा के खिलाफ अदालत जाने की बात कही है।
By arbind kumarEdited By: Prateek JainUpdated: Thu, 15 Dec 2022 05:48 PM (IST)
शेखपुरा, जागरण संवाददाता: 1995 से 2005 के दशक में शेखपुरा और नवादा जिलों के आपराधिक इतिहास पर बनी वेब सीरीज 'खाकी दी बिहार चैप्टर' को लेकर विवाद बढ़ने लगा है। इसको लेकर गुरुवार को पिंटू महतो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर वेब सीरीज बनाने वाले निर्माता नीरज पांडे और वेब सीरीज के मुख्य आधार पुस्तक 'दी बिहार डायरी' लिखने वाले शेखपुरा के पूर्व एसपी अमित लोढ़ा के खिलाफ अदालत जाने की बात कही है।
'गलत ढंंग से प्रस्तुत की घटनाएं'
पिंटू महतो ने आरोप लगाया है कि वेब सीरीज में सारे तथ्यों को तोड़-मोड़ कर पेश किया गया है। इस मामले में मुख्यमंत्री से मिलकर सारी बातें रखूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे चरित्र को पूरी तरह से गलत रूप में प्रस्तुत करके पूरे वर्ग की छवि को बदनाम करने की कोशिश की गई है। उस दौर में जो भी घटनाएं हुईं उसमें न्यायालय की कार्यवाही के तहत हम अब समाज की मुख्य धारा शामिल हुए हैं। वेब सीरीज में जो दिखाया गया है, उसका वास्तविकता से दूर-दूर तक का कोई रिश्ता नहीं है।
'वेबसीरीज में वर्ग विशेष को किया टारगेट'
मनीपुर गांव और नवादा जेल ब्रेक कांड की घटना को गलत तरीके से दिखाया गया है और वेब सीरीज में एक खास वर्ग और समूह को टारगेट करके उसे बदनाम करने की कोशिश की गई है। टाटी नरसंहार में मारे गए जिला पार्षद अनिल महतो और राजद जिलाध्यक्ष काशीनाथ यादव सहित आठ लोगों की सामूहिक हत्या का कहीं जिक्र तक नहीं करना वेब सीरीज के निर्माता की मानसिकता को दर्शाता है।वेब सीरीज के गाने पर जताई आपत्ति
वेब सीरीज के एक गाने 'ठोक देवो कट्टा कपार में अहिया न तोहू बिहार में' से सीरीज के निर्माता ने बिहार की छवि को भी बदनाम करने का प्रयास किया है। वेब सीरीज से क्षेत्र की बुझ चुकी आग(आपराधिक माहौल) को फिर से चिंगारी देने का प्रयास किया जा रहा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।