Sheikhpura News: पति और बेटे पर कार्रवाई को लेकर महिला का विरोध, पुलिस पर व्यवसायी से बर्बरता करने का लगा आरोप
बरबीघा के रिलायंस ट्रेंड मॉल के पास शुक्रवार की शाम दुकानदार के नहीं रहने पर एक गुमटी में सादे लिबास में पुलिस के द्वारा की गई छापेमारी और स्थानीय व्यावसायी के द्वारा टोकने से हुए विवाद में मामला गरमा गया है। इस मामले में जहां पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने पुलिस पर जानलेवा हमला करने की प्राथमिक की दर्ज कराई है।
संवाद सहयोगी, बरबीघा (शेखपुरा)। शुक्रवार की शाम बरबीघा के रिलायंस ट्रेंड माल के पास दुकानदार के नहीं रहने पर एक गुमटी में सादे लिबास में पुलिस के द्वारा की गई छापेमारी और स्थानीय व्यावसायी के द्वारा टोकने से हुए विवाद में मामला गर्मा गया है।
इस मामले में जहां पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिस पर जानलेवा हमला करने की प्राथमिक की दर्ज कराई है। वहीं, व्यावसायी के द्वारा पुलिस पर थर्ड डिग्री टार्चर करने का आरोप लगाया गया है।
उधर, पुलिस ने व्यावसायी पिता-पुत्र दोनों को जहां गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत किया। वहीं कोर्ट में व्यावसायी के द्वारा पुलिस की बर्बरता की शिकायत की गई और उपचार की गुहार लगाई गई, जिसके बाद कोर्ट के निर्देश पर पुत्र को जेल भेज दिया गया, जबकि पिता को बरबीघा अस्पताल में व्यवसाय को इलाज के लिए भेजा गया।
अस्पताल पहुंचे व्यवासायी बाबूलाल ने अपने कूल्हे में पुलिस की बर्बरता से की गई पिटाई का जख्म दिखाया तो सभी लोग आहत हो गए । वहीं स्थानीय चिकित्सक ने उनको बेहतर इलाज के लिए पावापुरी भेज दिया।
बाबूलाल को पूर्व में तीन बार ब्रेन हेमरेज
पीड़ित बाबूलाल को पूर्व में तीन बार ब्रेन हेमरेज भी चुका है। इधर, पीड़ित के पत्नी के द्वारा दिए गए आवेदन के अनुसार बिना वर्दी के छापामारी करने पहुंचे युवकों के द्वारा उनके पति को बस इस लिए गाली गलौज और पिटाई कर दी गई की उन्होंने युवकों को दुकानदार के आने तक इंतजार करने की बात कही थी।
उनके पति वहीं पर अपने वाहन में मरम्मती का कार्य करा रहे थे। आवेदन में पीड़िता ने कहा की अपने पिता के साथ मारपीट करता देख वहीं पर मौजूद मेरे पुत्र समरजीत ने इसका विरोध किया जिसके बाद दोनों के बीच हाथावाहीं हो गई।
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में बिना वर्दी में होने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। आवेदन में उन्होंने कहा है कि घटना के तुरंत बाद उनके पुत्र एवं पति को बरबीघा थाने लाया गया, लेकिन उन्हें थाने में न रखकर शेखपुरा ले जाया गया, जहां उनके साथ बर्बरता पूर्ण तरीके से चार घंटे तक बंद कमरे में पीटा गया।
पुलिस ने जानलेवा हमले के दर्ज कराई प्राथमिकी
इस मामले में पुलिस अवर निरीक्षक उपेंद्र कुमार सिंह के द्वारा एक प्राथमिक की स्थानीय थाना में दर्ज कराई गई है, जिसमें कहा गया है कि भासो सिंह के दुकान में छापेमारी करने गई टीम पर जानलेवा हमला किया गया। सरकारी काम में बाधा डाल गया। इस आरोप में बाबूलाल सिंह और समरजीत को गिरफ्तार किया गया।
क्या कहती है पुलिस
पुलिस की टीम पर जानलेवा हमला करने और मारपीट करने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके साथ पुलिस के द्वारा कोई मारपीट नहीं की गई है। मारपीट के संबंध में उनके पास कोई जानकारी नहीं है। महिला के द्वारा आवेदन दिया गया है। पुलिस उसकी जांच कर रही है। - सुनील दत्त, पुलिस इंस्पेक्टर, बरबीघा
यह भी पढ़ें -
KK Pathak: स्कूल में गेट खोलते ही भड़क उठे केके पाठक, डीईओ, दो बीईओ व चार प्रधानाध्यापक का वेतन रोका