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Bihar News: 'बढ़ रहा अपराध, कंट्रोल करें वरना...', सीतामढ़ी में डकैती के बाद एक्शन में प्रशासन; दिया ये निर्देश

Sitamarhi News बिहार के सीतामढ़ी में भीषण डकैती होने के बाद प्रशासन सख्त है। घटना के बाद अगले ही दिन समीक्षा बैठक की। इस दौरान पुलिस कप्तान ने सख्त निर्देश दिया कि अपराध को कंट्रोल करने के उपाय करें। जहां बड़ी वारदात होगी वहां के लिए अफसरों की जवाबदेही तय होगी। दोषी पाने पर तुरंत पद से हटाया जाएगा। वहीं बेहतर पुलिसिंग पेश करने का भी निर्देश दिया।

By Mukesh Kumar Edited By: Shashank Shekhar Updated: Mon, 15 Jul 2024 04:06 PM (IST)
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कलेक्ट्रेट में अपराध समीक्षा बैठक करते पुलिस कप्तान मनोज कुमार तिवारी। जागरण

जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। Sitamarhi News सीतामढ़ी के बथनाहा स्थित कमलदेह में शनिवार रात भीषण डकैती की घटना के अगले ही दिन मासिक अपराध समीक्षा बैठक में पुलिस कप्तान मनोज कुमार तिवारी ने इस वारदात के साथ ही सभी अफसरों को इस बात के लिए दो टूक कह दिया कि पदाधिकारी ठोस रणनीति बनाएं और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए काम करें।

उन्होंने कहा कि आगे से जहां बड़ी वारदात होगी, उसके लिए अफसरों की जवाबदेही तय की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों को तुरंत पद से हटा दिया जाएगा।

जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट के विमर्श कक्ष में एसपी मनोज कुमार तिवारी ने रविवार को थानेदारों को बेहतर पुलिसिंग का उदाहरण पेश करने को कहा।

अच्छा परफॉर्म करने वालों को दी खुशखबरी

उन्होंने कहा कि बहुत दिनों से थानेदारी करने वाले इस मुगालते में न रहें कि उनसे अच्छा परफार्मेंस उन्हीं के थाने में बैठे अफसर नहीं दे सकेंगे। कनीय अगर अच्छा परफॉर्म करके दिखाएंगे तो उन्हें ही आगे बढ़ने के मौके मिल जाएंगे। इंस्पेक्टर वाले थानों में जूनियर भी भेज दिए जाएंगे, यह नहीं देखा जाएगा कि वहां सीनियर की जगह है। क्राइम मीटिंग में एसपी ने थानावार लंबित कांडों की समीक्षा की।

बीते माह हुई आपराधिक घटनाओं की समीक्षा करते हुए थानेदारों को डांट लगाई। गंभीर कांडों में फरार चल रहे बदमाशों को शीघ्र गिरफ्तार करने व कुर्की की कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एसपी ने बताया कि सभी थानेदारों के लिए एक टारगेट सेट किया गया है, इसके तहत उन्हें कांडों का निष्पादन करना होगा। सेट टारगेट पूरा न कर पाने वाले थानेदारों को कुर्सी गंवाने के साथ-साथ विभागीय कार्रवाई से भी गुजरना पड़ेगा।

महिला हेल्प डेस्क को और सशक्त बनाने का निर्देश

उन्होंने बताया कि महिलाओं की समस्या के निपटारे के लिए सभी थानों में संचालित महिला हेल्प डेस्क को और सशक्त बनाने का निर्देश दिया गया है। थाना में शिकायत लेकर आने वाले पीड़ितों की बातों को गंभीरता पूर्वक सुनें और उसमें जो भी विधि-सम्मत कार्रवाई हो तुरंत करें।

अगर एफआईआर का मामला न बने तो उसमें पुलिस के स्तर से जो भी कार्रवाई हो सकती है, उसे करके पीड़ित को थाने से संतुष्ट कर घर वापस भेजें। थाने में आने वाले किसी भी पीड़ित के साथ टाल-मटोल वाला रवैया अपनाने वाले थानेदारों पर कार्रवाई तय है, इसलिए पुलिस-पब्लिक के रिश्ते को मजबूत बनाए। बैठक में सभी एसडीपीओ, सर्किल इंस्पेक्टर व थानेदार मौजूद थे।

नए कानूनों में दर्ज मामलों की एसपी ने की समीक्षा 

सबसे पहले एक जुलाई से लागू किए तीन नए कानून के तहत थानों में कस दर्ज हो रहे हैं कि नहीं, इस बात की उन्होंने सूक्ष्मता से समीक्षा की। कांडों में लगाई जा रही धाराओं की उन्होंने समीक्षा की। उस पर अब तक की कार्रवाई की भी समीक्षा की।

एसपी ने बताया कि यह जानने का प्रयास किया जा रहा कि नए कानूनों के तहत सभी थानों में बिना किसी दिक्कत के एफआईआर दर्ज हो रही है या नहीं। थानेदारों को कहा कि दर्ज कांडों का शीघ्र निपटारा करें। पूर्व की तरह कांडों के निष्पादन में विलंब और कार्रवाई में शिथिलता पर संबंधित अधिकारियों के अलावा थानेदारों पर भी कार्रवाई की बात उन्होंने कही।

बता दें कि, ये नए कानून भारतीय दंड संहिता, आपराधिक प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को प्रतिस्थापित कर रहे हैं। किसी भी मामले में एफआइआर दर्ज होने से सुप्रीम कोर्ट तक तीन साल में न्याय मिल सकेगा।

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