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Sitamarhi Railway Station: रेलवे की जमीन से हो रहा सरकारी बसों का परिचालन, सामने आई चौंकाने वाली बात

सीतामढ़ी में अजब-गजब बात मामला देखने को मिला है। रेलवे स्टेशन परिसर से सरकारी तथा अंडरटेकिंग सरकारी बसों का परिचालन जारी है। मामला सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन से जुड़ा है। पिछले कई वर्षों से स्टेशन के निकट रेलवे की जमीन पर एकरारनामा कर परिवहन विभाग के द्वारा सरकारी बस स्टैंड तैयार कर चलाया जा रहा था। यहां से पटना तक की बसें चलती हैं।

By Jagran NewsEdited By: Mukul Kumar Updated: Tue, 25 Jun 2024 12:25 PM (IST)
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गड्ढा खोदकर अवरुद्ध करने के बाद भी रेलवे की जमीन में खड़ी बसें

संवाद सूत्र, सीतामढ़ी। तकरीबन तीन माह पूर्व एग्रीमेंट रद्द होने के बावजूद स्टेशन परिसर से सरकारी तथा अंडरटेकिंग सरकारी बसों का परिचालन जारी है। मामला सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन से जुड़ा है।

बताया जाता है कि पिछले कई वर्षों से स्टेशन के निकट रेलवे की जमीन पर एकरारनामा कर परिवहन विभाग के द्वारा सरकारी बस स्टैंड तैयार कर चलाया जा रहा था। यहां से जिले के विभिन्न जगहों के साथ राजधानी तक की बसें चलाई जा रही हैं। इस सरकारी बस स्टैंड से प्रतिदिन हजारों लोग लाभान्वित होते रहे हैं।

इधर, सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधायुक्त बनाने को लेकर रेलवे द्वारा परिवहन विभाग से किए गए एकरारनामे को रद्द कर दिया गया। ताकि इस जगह को रेलवे अपने काम में ला सके।

एकरारनामा रद्द होने के बावजूद पिछले तीन महीने से परिवहन विभाग सरकारी बसों का परिचालन स्टेशन परिसर के निकट रेलवे की जमीन से कर रहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त बस डिपो से खुलने वाली बसों में यात्रा करने वाले सवारी से वसूल किए जाने वाले भाड़े में से चालीस प्रतिशत की राशि रेलवे के खाते में जाती थी, जबकि 60 प्रतिशत राशि परिवहन विभाग को।

परिवहन विभाग से रेलवे का एग्रीमेंट रद्द होने के बाद आज तक उक्त स्थल से बसों का परिचालन बंद नहीं हुआ। तीन महीने से रेलवे के खाते में राशि भी नहीं जा रही है।

19 जून को अभियान चलाकर कराया गया था खाली

19 जून को स्थानीय आईओडब्लू विनय कुमार, राजकीय रेल थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह तथा रेलवे सुरक्षा बल के कमांडर ओम प्रकाश ठाकुर सुरक्षा बलों के साथ परिवहन विभाग द्वारा रद्द किए गए उस बस स्टैंड पर जेसीबी लेकर पहुंच गए और बस स्टैंड की जमीन को जगह-जगह खुदाई कर गड्ढा कर दिया।

इससे बसें यहां से परिचालित नहीं हो सके। जिस दिन गड्ढे खोदे गए, उस दिन तो यहां से परिचालन बंद रहा, पर अगले दिन से पुन : पहले की तरह शुरू हो गया। आज भी यहां से बसों का परिचालन नियमित रूप से हो रहा है।

इधर, पूछे जाने पर आरपीएफ कमांडर ओम प्रकाश ठाकुर ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही संबंधित विभाग के अभियंता को लेकर उक्त बस स्टैंड के रास्ता को खोदकर प्रभावित किया गया था। अगर फिर भी बस स्टैंड संचालित हो रहा है, तो पिलर गाड़कर ब्लाक करने की कार्रवाई की जाएगी।

बस स्टैंड से संबंधित कोई भी अभिलेख मेरे कार्यालय में उपलब्ध नहीं है। बस स्टैंड के भी कई लोगों से संपर्क किया परन्तु किसी ने भी कोई एग्रीमेंट आदि नहीं दिखाया। 19 जून को जेसीबी से गड्ढा करके इस अवैध बस स्टैंड में बसों का आवागमन बंद कर दिया गया है।

आज पुन: देखा गया है कि दूसरी तरफ से कुछ छोटी बसें आने लगी है। इसको रोकने के लिए रास्ते को अवरुद्ध करने का आदेश दिया गया है। जिससे रेलवे स्टेशन का विस्तारीकरण कार्य सुचारू रूप से किया जा सके। विनय श्रीवास्तव, मंडल रेल प्रबंधक पूर्व मध्य रेलवे, समस्तीपुर। 

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