Bihar Flood News: नेपाल से सटे इलाकों में पहाड़ी नदियों का कहर, गांवों में भर रहा पानी; आफत में लोगों की जान
नेपाल में हो रही भारी बारिश के कारण बिहार के नेपाल सीमा से सटे इलाकों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। भारत-नेपाल सीमा के कई इलाकों बाढ़ जैसे हालत बने हुए हैं। सीतामढ़ी व आसपास के इलाकों में झीम नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। कुछ दिनों से नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र समेत जिले में बारिश हो रही है। मानसून की सक्रियता से सीतामढ़ी सहित आसपास के जिले में शनिवार की रात भी बारिश हुई। रविवार की सुबह भी कुछ क्षेत्रों में बारिश की सूचना है।
लगातार हो रही बारिश से जिले में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। इससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तटबंधों पर अब कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है। मौसम विभाग ने नेपाल सहित तराई क्षेत्रों में दो जुलाई तक मध्यम से अच्छी वर्षा का अनुमान जताया है।
सीमावर्ती सोनबरसा में कहर बरपा रही झीम नदी
भारत-नेपाल के सीमावर्ती सोनबरसा में झीम नदी कहर बरपाने लगी है। बुधवार से रविवार तक पांच दिनों में तीसरी बार बाढ़ आई है।
नदी पर निर्माणाधीन पुल के निकट बना डायवर्सन ध्वस्त होने से दर्जन भर गांवों का सोनबरसा प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है।
लखनदेई नदी का दिखा रौद्र रूप
उधर, कन्हौली, भारसर, खाप खोपराहा, दुलारपुर आदि जगहों पर इंडो-नेपाल सड़क के दोनों तरफ चौर में लखनदेई नदी का पानी फैल चुका है।
परछहिया, रोहुआ-कोहबरवा होकर मढ़िया धाम जाने वाले पथ में रोहुआ के पास स्थित छोटी पुलिया जहां हाल ही में सड़क निर्माण के दौरान गड्ढे को भर दिया गया था, वहां पुनः जमीन धंसने लगी है। नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बारिश से हरदी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है।
गया में ढाढ़र नदी की बाढ़ में बहा डायवर्जन
शनिवार रात ढाढ़र नदी में पानी के तेज प्रवाह से इस नदी पर ढुब्बा गांव के पास स्टेट हाईवे 70 पर बन रहे पुल के पास बना डायवर्सन टूट कर बह गया। इस कारण वाहनों का आवागमन बंद हो गया है।
विकल्प के तौर पर तिलैया ढाढ़र सिंचाई परियोजना के तहत बनी लिंक रोड से छोटे वाहन आवागमन कर रहे हैं। इस रास्ते में वाहनों का जाम लग जा रहा है।
ढाढ़र नदी पर गत चार वर्षों से पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। जब से पुल बनना शुरू हुआ है, तब से अब तक लगभग दर्जन बार डायवर्सन नदी में बाढ़ आने के कारण बह चुका है। फिलहाल, बड़े वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद है।
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