कोरियाही गांव में दारोगा, पुलिस कर्मी और बालगृह के अधिकारी की पिटाई
सीतामढ़ी। सुरसंड प्रखंड के भिट्ठामोड़ ओपी अंतर्गत कोरियाही गांव में गुरुवार की शाम बच्चा चोरी के शक में ग्रामीणों ने न केवल बाल गृह दरभंगा की टीम पर हमला कर बाल गृह अधिकारी सुरक्षा कर्मी व चालक की पिटाई कर दी बल्कि भिटठामोड़ ओपी के दारोगा समेत पुलिस कर्मियों की भी पिटाई कर दी।
सीतामढ़ी। सुरसंड प्रखंड के भिट्ठामोड़ ओपी अंतर्गत कोरियाही गांव में गुरुवार की शाम बच्चा चोरी के शक में ग्रामीणों ने न केवल बाल गृह दरभंगा की टीम पर हमला कर बाल गृह अधिकारी, सुरक्षा कर्मी व चालक की पिटाई कर दी, बल्कि भिटठामोड़ ओपी के दारोगा समेत पुलिस कर्मियों की भी पिटाई कर दी। नाराज लोगों ने बालगृह और भिट्ठा मोड़ ओपी के वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना में गंभीर रूप से जख्मी बाल गृह दरभंगा के परीक्षक अधिकारी राघव ठाकुर, बिहार पुलिस के जवान गोपाल राम, सिपाही चालक दया झा और भिट्ठा ओपी के दारोगा दशरथ सिंह सहित कई पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए सुरसंड पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां से गंभीर स्थिति में परीक्षक अधिकारी राघव ठाकुर, बिहार पुलिस के जवान गोपाल राम, सिपाही चालक दया झा को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना के बाद सुरसंड इंस्पेक्टर फारूक हुसैन, थानाध्यक्ष भोला कुमार सिंह, अवर निरीक्षक श्याम बिहारी उपाध्याय, जितेंद्र कुमार सिंह, यादवेंद्र कुमार सिंह, सहायक अवर निरीक्षक प्रदीप पासवान, भिटठामोड़ ओपी प्रभारी राजेश कुमार व सहायक अवर निरीक्षक हरे कृष्ण सिंह सशस्त्र बल के साथ गांव में कैम्प कर रहे हैं। जबकि, बाल गृह के परीक्षक अधिकारी राघव ठाकुर के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी। बताया गया है कि बताते चलें कि दरभंगा कोर्ट के आदेश पर बाल गृह दरभंगा की टीम तीन भटके हुए बच्चों के साथ कोरियाही पहुंची थी। इस दौरान टीम कोरियाही गांव स्थित गोलू कुमार के पिता योगेंद्र राम की तलाश करने लगी। इसी दौरान ग्रामीणों ने वाहन में कई बच्चे देख बच्चा चोर का शोर मचाना शुरू कर दिया। देखते ही देखते लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। उग्र भीड़ ने बाल गृह के वाहन को क्षतिग्रस्त कर गड्ढे में पलट दिया। साथ ही लाठी-डंडों से तीनों की पिटाई कर दी। साथ ही जेब से मोबाइल व हजारों रुपये छीन लिए। सूचना मिलते ही भिठ्ठा ओपी के अवर निरीक्षक दशरथ सिंह सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंच बाल गृह टीम के सदस्यों को बचाने का प्रयास किए। लेकिन, नाराज ग्रामीणों ने उनकी भी पिटाई कर दी। लोगों ने पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया और सभी को घेर लिया। बाद में सुरसंड इंस्पेक्टर फारूक हुसैन के नेतृत्व में पहुंची पुलिस की टीम ने बाल गृह के अधिकारी, कर्मी और पुलिस कर्मियों को मुक्त कराते हुए अस्पताल पहुंचाया। यह टीम ससौला कृष्ण नंदन के पुत्र सूरज, सीतामढ़ी निवासी हसमुख आलम के पुत्र नूर आलम और कोरियाही निवासी योगेंद्र राम के पुत्र गोलू कुमार को दरभंगा से लेकर उनके घर पहुंचाने आई थी।
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