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Bihar News: सीतामढ़ी में थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने की आत्महत्या, थाना परिसर में पंखे से लटकी मिली लाश

सीतामढ़ी जिलान्तर्गत बैरगनिया थाने के थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में थाना परिसर स्थित उनके आवास में ही मौत हो गई। पुलिसकर्मियों का कहना है कि शाम छह बजे के बाद से कमरे में वे थे। काफी देर हो गया था। गेट खटखटाया तो नहीं खोला गया। तब साढ़े नौ बजे गेट तोड़कर देखा गया तो वे गमछे से पंखे से फंदा लगाए हुए थे।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Thu, 17 Oct 2024 03:18 AM (IST)
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सीतामढ़ी में थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने की आत्महत्या

 संवाद सूत्र, जागरण, सीतामढ़ी। सीतामढ़ी जिलान्तर्गत बैरगनिया थाने के थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में थाना परिसर स्थित उनके आवास में ही मौत हो गई। ऐसा लगता है कि उन्होंने आत्महत्या कर ली हो, मगर जिन परिस्थितियों में उनका शव बरामद हुआ है उससे पूरा मामला संदिग्ध लगता है। वे 2009 बैच के दारोगा थे।

पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल अंतर्गत विक्रम थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। संपत चक पटना में उनकी शादी हुई थी। एक बेटा व एक बेटी थी। पुलिसकर्मियों का कहना है कि शाम छह बजे के बाद से कमरे में वे थे। काफी देर हो गया था। गेट खटखटाया तो नहीं खोला गया। तब साढ़े नौ बजे गेट तोड़कर देखा गया तो वे गमछे से पंखे से फंदा लगाए हुए थे। हालांकि, जिस अवस्था में उनकी मृत्यु हुई है उससे मामला संदिग्ध भी लगता है, क्योंकि गले में गमछा लपेटा हुआ दिखाई पड़ता है और दोनों पांव जमीन से अच्छी तरह टिके हुए हैं। बगल में कुर्सी रखी हुई है।

मगर ऐसा प्रतीत होता है कि उनको मारकर किसी ने गमछे से खड़ा कर रखा है। थानाध्यक्ष की आत्महत्या की खबर जिले में जंगल में आग की तरह फैल गई। एसपी मनेाज कुमार तिवारी, एसडीपीओ सदर राम कृष्णा समेत तमाम पुलिस अफसर बैरगनिया थाने पहुंच गए।

आत्महत्या की पुष्टि, अभी जांच चल रही है

एसपी ने दैनिक जागरण से बातचीत में आत्महत्या की पुष्टि की है, लेकिन यह भी कहा कि अभी जांच चल रही है। मौत के कारणों के बारे में उन्होंने भी अनभिज्ञता जाहिर की है। सीतामढ़ी जिले में तैनाती से पहले वे मुजफ्फरपुर सदर थाना के थानाध्यक्ष रहे थे। उससे पूर्व कांटी के भी थानाध्यक्ष रह चुके हैं। और भी कई थानों में तैनात रहे हैं। उनकी गिनती तेज-तर्रार पुलिस अफसर में होती थी।

सहकर्मी बताते हैं कि वे सुसाइड करने वाले अफसर नहीं थे, क्योंकि ऐसा काम बुजदिल करते हैं। वे बहादुर अफसर थे। इसी फरवरी माह में वे बैरगनिया के थानाध्यक्ष बनाए गए थे। उन्होंने तत्कालीन थानाध्यक्ष चंद्रभूषण कुमार सिंह की जगह ली थी। बैरगनिया थाना में पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष के रूप में कुंदन कुमार पिछले आठ माह से पदस्थापित थे। उनके नेतृत्व में इंडो-नेपाल बार्डर पर बैरगनिया जैसे सीमाई शहर में कई आपरेशन को सफलतापूर्वक पुलिस ने अंजाम दिया था।

एक होटल पर मारा ता छापा

अभी पिछले ही माह जब कुंदन कुमार को पता चला कि इस थाना क्षेत्र में 'अय्याशी' का अड्डा चल रहा है। दो घंटे का रेट 1500 रुपये वसूला जा रहा है। तब इस आपरेशन में थानाध्यक्ष कुंदन कुमार के साथ एसडीपीओ सदर राम कृष्णा ने कार्रवाई की। पुलिस टीम जब वहां पहुंची तो कमरे का हाल देख पुलिस की नजरें भी झुक गईं। बैरगनिया शहर के कई होटलों में छापामारी की गई तो इन होटलों में अनैतिक काम होने की बात सामने आई। विभिन्न होटलों से पुलिस ने चार महिलाओं समेत 10 को हिरासत में लिया गया।

आत्महत्या से पहले थानाध्यक्ष कुंदन कुमार के सहयोग से बैरगनिया में चोरी के 30 लाख रुपये से अधिक मूल्य के 59 मोबाइल व दो लैपटॉप के साथ शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया गया। मंगलवार की देर शाम भकुरहर मोहल्ले में छापेमारी कर ये सफलता मिली। दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि राहुल गुप्ता अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर चोरी के मोबाइल की खरीद-बिक्री करता है। उसका सहयोगी पटेल चौक निवासी देवेंद्र चौधरी का पुत्र शिवरंजन चौधरी उर्फ संता भागने में सफल रहा।

पुलिस कर रही छापेमारी

पकड़ाए व्यक्ति की निशानदेही पर पुलिस टीम उसके साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। छापेमारी टीम का नेतृत्व खुद थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर कुंदन कुमार कर रहे थे। उनके साथ तकनीकी शाखा प्रभारी पुअनि सुबोध कुमार, पुअनि सोनू कुमार यादव, सपुअनि कुमोद कुमार सिंह, तकनीकी शाखा के सिपाही कफिल अहमद व सशस्त्र बल शामिल रहे थे।

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