'खुलकर कहूंगा... CM नीतीश और PM मोदी को बिहार की कितनी चिंता', प्रशांत किशोर ने क्यों कसा ऐसा तंज
जनसुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर ने अपनी पदयात्रा के दौरान बुधवार को बिहार के सीतामढ़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने लालू यादव और उनके बेटे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर भी तंज कसा। प्रशांत किशोर की इस पदयात्रा के दौरान पूर्व जदयू विधायक ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
संवाद सहयोगी, सीतामढ़ी। जनसुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर अपनी पदयात्रा के साल भर पूरे होने के मौके पर जगत जननी माता सीता की प्राकट्यस्थली सीतामढ़ी में हैं।
उन्होंने नानपुर प्रखंड की गौरा पंचायत से पदयात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत की है। नानपुर के गौरा एवं चटगौरा में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 12 महीने से बिहार में जन सुराज के लिए पदयात्रा कर रहा हूं।
यहां की स्थिति से अवगत होकर आपको बताने आया हूं कि आपको इस बदतर स्थिति से छुटकारा कैसे मिलेगा। मैं वोट मांगने नहीं, बल्कि आपको जागरूक करने आया हूं। बिहार में शिक्षा, रोजगार और कृषि की स्थिति में सुधार होगा, तभी आपकी स्थिति सुधरेगी।
क्रीम बाबू ने ज्वाइन की पार्टी
इससे पूर्व पूर्वी चंपारण के पिपरा से जदयू के सिंबल पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके कृष्ण चंद्र प्रसाद कुशवाहा उर्फ क्रीम बाबू ने यहां पहुंचकर उनकी पार्टी ज्वाइन कर ली। उनके साथ समर्थक भी बड़ी संख्या में यहां मौजूद थे।
गौरा से प्रस्थान कर प्रशांत किशोर का काफिला बघारी रुन्नीसैदपुर में प्रवेश कर गया। इससे पहले रुन्नीसैदपुर के मोरसंड में उन्होंने जनसभा को संबोधित किया था। पदयात्रा के दौरान मताधिकार के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए चल रहे हैं, लोगों से विकास की बातें पूछ रहे हैं।
जगाने को कोशिश कर रहूं : पीके
प्रशांत किशोर का कहना है कि मैं पैदल चलकर यही जानने की कोशिश कर रहा हूं कि लोगों को अपने बारे में जितनी चिंता नहीं है, उससे ज्यादा उनको इस बात की चिंता है कि अगली सरकार इस पार्टी की बने, वो नेता मंत्री-विधायक बने।
मैं कहना चाहता हूं कि आज बिहार की जो दुर्दशा है उसके लिए ऐसे लोग खुद जिम्मेदार हैं। लोगों को अपने बच्चों की चिंता की बजाए लालू जी का बेटा मुख्यमंत्री कैसे बनेगा, इस बात की चिंता है। पुलवामा और पाकिस्तान की चिंता है।
बिहार में बस दो ही दल हैं : प्रशांत किशोर
लोग अपनी समस्या को लेकर वोट नहीं करते, जाति के नेता के नाम पर, धर्म के नाम पर इसके और उसके नाम पर वोट कर अपना बेड़ा गर्क करते हैं। आज मैं खुलकर कहना चाहूंगा कि बिहार में दो ही दल हैं। एक लालू जी के लालटेन वाला तो दूसरा भाजपा का कमल फूल वाला।
नीतीश जी मौकापरस्त हैं, यह सब जानते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के पीछे जो लोग घूम रहे हैं, वो बताएं कि जिन्होंने अभी तक एक बार बिहार के विकास के लिए बैठक तक नहीं की, उन्हें बिहार की भला कितनी चिंता रही होगी।
यही बताने और आपको जगाने के लिए पिछले 12 महीने से पैदल घूम रहा हूं। मुझे किसी से वोट नहीं चाहिए, बस आप जाग उठिए और अपना भला-बुरा समझने लगिए, यही हमारी पदयात्रा की कामयाबी होगी।
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माला पहनाकर किया नए सदस्यों का स्वागत
पदयात्रा के साथ चल रहे जन सुराज के मुख्य प्रवक्ता संजय कुमार ठाकुर ने बताया कि बुधवार को नानपुर के गौरा गांव स्थित जन सुराज के कैंप में प्रशांत किशोर के समक्ष सभी ने सदस्यता ग्रहण की।
प्रशांत किशोर ने उन्हें माला पहनाकर और अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया। क्रीम बाबू शुरू से नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजनीति करते रहे थे। वे समता पार्टी के गठन काल से सक्रिय भूमिका में थे तथा 1995 में समता पार्टी के मधुबन विधानसभा से प्रत्याशी बनाए गए थे।
नीतीश राजद की गोद में बैठ गए : क्रीम बाबू
वर्ष 2015 में जनता दल यूनाइटेड से पिपरा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे। जहां भाजपा प्रत्याशी को सीधी टक्कर दी और मामूली मतों के अंतर से चुनाव हार गए। जन सुराज में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद की गोद में बैठ गए हैं।
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इससे समाज का कभी भला नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाले जन सुराज में समाज के सभी वर्गों का सम्मान सुरक्षित है और बिहार और बिहारियों का सम्मान जन सुराज से ही होगा।