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सीतामढ़ी में पुलिस-पब्लिक में झड़प, पथराव-लाठीचार्ज में तीन जवान समेत कई ग्रामीण घायल; गांव छावनी में तब्दील

सीतामढ़ी जिले के पुपरी में शनिवार को पुलिस और पब्लिक के बीच जमकर हिंसा हुई। युवक की मौत के बाद हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराने पहुंची पुलिस पर भीड़ उग्र हो गई और पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया।

By Vijay K KumarEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Sun, 19 Feb 2023 08:51 AM (IST)
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पुपरी में युवक की मौत के बाद बवाल, पुलिस-पब्लिक में हिंसक झड़प

पुपरी (सीतामढ़ी), संवाद सहयोगी। सीतामढ़ी जिले के पुपरी में एक युवक की संदिग्ध स्थिति मौत से आक्रोशित लोगों ने शनिवार को पुपरी-चोरौत पथ पर शव रखकर करीब तीन घंटे तक सड़क जाम कर दिया। इस दौरान लोगों ने जमकर बवाल काटा। जाम हटाने के दौरान पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प हो गई। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।

पुलिस ने लोगों को सड़क से हटाने के लिए बल प्रयोग किया तो ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। इसमें तीन पुलिसकर्मी समेत कई ग्रामीण चोटिल हो गए। तीनों पुलिसकर्मियों का पीएचसी में इलाज कराया गया। घायलों में कृष्ण प्रसाद सिंह, उमेश कुमार सिंह, पुलिस वाहन का चालक राम प्रताप सहनी शामिल हैं। वहीं, चोटिल ग्रामीणों का निजी स्तर पर इलाज हुआ। पथराव में पुलिस के कई वाहनों के शीशे भी क्षतिग्रस्त हो गए।

यह है मामला

मामला पुपरी थाना क्षेत्र अंतर्गत भिट्ठाधर्मपुर पंचायत के भिट्ठा गांव का है। भिट्ठा गांव में गुरुवार की रात छत पर सो रहे श्री सहनी के पुत्र महेश सहनी (20) की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। शुक्रवार सुबह स्वजन छत पर गए तो महेश को मृत पाया। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। वहां से शव आते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। इसके बाद माहौल बिगड़ गया।

युवक की भाभी पर हत्या का आरोप

युवक की मौत से आक्रोशित लोग शनिवार को सड़क पर उतर गए। इनमें पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की अधिक भीड़ रही। महिलाओं को ढाल बनाकर ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया। भिट्ठा चौक के पास सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक आवागमन बाधित रहा। ग्रामीणों का आरोप था कि महेश की हत्या हुई। लोग उसकी भाभी को हत्या के लिए जिम्मेवार ठहरा रहे थे। 

भीड़ ने पुलिस पर तरह-तरह का आरोप लगाया और युवक की भाभी को भीड़ के हवाले करने की मांग पर अड़े रहे। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग जिद पर अड़े रहे। इसके बाद जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष रामविनय पासवान पहुंचे तो उन्हें भी आक्रोश का सामना करना पड़ा। थानाध्यक्ष ने आलाधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद एसडीएम नवीन कुमार व डीएसपी विनोद कुमार भी पहुंचे।

वरिष्ठ अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की तो मामला बिगड़ गया। इसके बाद काफी संख्या में पुलिस बल बुला लिया गया। यह सब देख लोग और उग्र होने लगे। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया। पुलिस के बल प्रयोग करने पर ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया।

हालांकि, पुलिस के कड़े रुख के बाद सभी लोग भागने लगे। कई लोग घरों में कैद हो गए। इस मामले में युवक की भाभी समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। तीनों से थाने में पूछताछ की जा रही है। गांव में पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुपरी डीएसपी विनोद कुमार ने कहा कि तीन पुलिसकर्मी आंशिक रूप से चोटिल हुए हैं। मामले की जांच की जा रही है। अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है। घटना के कारणों की पड़ताल की जा रही है।