Move to Jagran APP

सिवान के 1130 प्राइवेट स्कूलों पर एक्शन की तैयारी, शिक्षा विभाग ने दिया एक सप्ताह का अल्टीमेटम; पढ़ें पूरा मामला

Bihar Education News सिवान में जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में निजी विद्यालयों के अध्यक्ष सचिव और नोडल पदाधिकारियों की बैठक हुई। उन्होंने निजी विद्यालयों को ई-शिक्षा कोष और यू डायस पर बच्चों की प्रविष्टि शत प्रतिशत कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आदेश का अनुपालन नहीं करने पर विद्यालय का कोड निरस्त कर दिया जाएगा।

By Anshuman Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Sun, 20 Oct 2024 11:03 AM (IST)
Hero Image
प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, सिवान। जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ट में निजी विद्यालयों के अध्यक्ष, सचिव और नोडल पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान कई आवश्यक निर्देश दिए गए।

सबसे पहले डीईओ द्वारा निजी विद्यालयों को ई-शिक्षा कोष और यू डायस पर बच्चों की प्रविष्टि शत प्रतिशत कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही कहा गया कि आदेश का अनुपालन नहीं करने पर विद्यालय का कोड निरस्त कर दिया जाएगा।

डीईओ ने बताया कि जिले में लगभग 1130 विद्यालय ऐसे हैं, जिन्होंने ई-समाधान पोर्टल पर प्रस्वीकृति हेतु प्रारंभिक पंजीकरण/आवेदन करने के उपरांत उसे पूर्ण नहीं किया है।

उन्होंने आदेश डिय कि ऐसे विद्यालय अगर एक सप्ताह के अंदर अपने आवेदन को पूर्ण नहीं करते हैं और विद्यालय का संचालन करते रहते हैं, तो उनपर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूला जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि यू-डायस 2024-25 के लिए स्टूडेंट प्रोग्रेशन, स्कूल प्रोफाइल एंड फैसिलिटीज और टीचर प्रोफाइल का कार्य विगत तीन महीना से प्रारंभ हो चुका है, लेकिन इसकी प्रगति अच्छी नहीं है। उन्होंने 15 दिनों के भीतर इस कार्य को पूर्ण कराने का निर्देश दिया।

दाेहरे नामांकन वाले विद्यार्थियों का नामांकन एक विद्यालय से रद्द करने का निर्देश

डीईओ ने कहा कि कई विद्यार्थियों का नामांकन निजी एवं सरकारी दोनों विद्यालयों में है। इस तरह के दोहरे नामांकन वाले विद्यार्थियों का नामांकन एक विद्यालय से रद करने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक निजी विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक में प्रधानाध्यापक सहित कम से कम छह प्रशिक्षित शिक्षक एवं कक्षा एक से आठ तक में प्रधानाध्यापक सहित कम से कम नौ प्रशिक्षित शिक्षक होना अनिवार्य है, इसका अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

वहीं, प्रस्विकृति प्राप्त, जिन निजी विद्यालयों ने ज्ञानदीप पोर्टल पर अपनी इनटेक कपैसिटी अपलोड नहीं किया है। वैसे विद्यालयों को तीन दिनों के अंदर यह कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।

साथ ही कहा गया कि अन्यथा की स्थिति में उनपर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अशोक कुमार पांडेय व अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक शाहिद मोबिन सहित अन्य उपस्थित रहे।

पटना के 31 स्कूलों में लगेगा सीसीटीवी कैमरा

पटना के पीएमश्री दर्जा प्राप्त 31 केंद्रीय स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इन स्कूलों के विद्यार्थियों और यहां की हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा।

यह कैमरा वर्ग कक्ष से लेकर पूरे कैंपस पर निगाह रखेगा। जिला शिक्षा कार्यालय ने अनुसार में जिले के 31 स्कूलों को पीएमश्री दर्जा के लिए चयन किया गया है।

बिना यूनीफार्म के विद्यार्थियों को नहीं मिलेगा प्रवेश

ऐसे तो सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को प्रतिदिन यूनीफार्म में आने के लिए कहा गया है। प्राथमिक स्तर के स्कूल में कुछ बच्चे यूनिफार्म में नहीं आते है तो उन पर दबाव नहीं दिया जाता है। लेकिन पीएमश्री के श्रेणी में आने वाले स्कूल में विद्यार्थियों को यूनीफार्म में आना अनिवार्य है। यदि यूनिफार्म में नहीं आते तो उनको स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा। बच्चे अनुशासन में दिखे इस विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

यह भी पढ़ें-

Smart Meter in Bihar: उपभोक्ता नहीं लगवा रहे स्मार्ट मीटर, रोहतास की डीएम ने निकाली गजब की तरकीब

Bihar Teacher: 23,801 शिक्षकों की नौकरी पर खतरा? किसी भी वक्त हो सकती है कार्रवाई; चौंका देगी ये रिपोर्ट

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।