Bihar Teacher News: सिवान के 1160 शिक्षकों पर हो सकता है बड़ा एक्शन, शिक्षा विभाग ने 24 घंटे में मांगा जवाब
सिवान में 1160 शिक्षकों पर बड़ा एक्शन हो सकता है। शिक्षा विभाग ने 24 घंटे में जवाब मांगा है। मामला उपस्थिति से जुड़ा है। दरअसल शिक्षकों ने 25 जून से लेकर 30 जुलाई तक ई-शिक्षा पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। इस संबंध में उनसे सवाल पूछा गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर शिक्षकों को विभागीय कार्रवाई की मार झेलनी पड़ सकती है।
संवाद सूत्र, दारौंदा (सिवान)। ई-शिक्षा पोर्टल पर 25 जून से सभी शिक्षकों को ई-शिक्षा पोर्टल एप पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का दिशा-निर्देश जारी किया गया था।
शिक्षा विभाग के आला अफसरों ने उम्मीद जताई है कि अगले कुछ दिनों में शत-प्रतिशत शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन हाजिरी बनाई जाएगी, परंतु समीक्षा के दौरान जानकारी हुई कि 25 जून से 30 जुलाई तक सिवान जिले में 1160 शिक्षक ऐसे भी हैं, जिन्होंने ई-शिक्षा पोर्टल पर एक दिन भी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है।
ऐसे शिक्षकों को 24 घंटे में देना होगा। उन्हें प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पास पहुंचकर उपस्थिति नहीं दर्ज कराने का कारण बताना होगा। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय निर्देश पर आगे की कार्रवाई होगी।
इसमें सबसे अधिक सदर प्रखंड में कुल 109 शिक्षकों ने ई-शिक्षा पोर्टल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। वहीं, सबसे कम मैरवा प्रखंड में कुल 32 शिक्षकों ने ई-शिक्षा पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है।
इस नई व्यवस्था की मॉनीटरिंग प्रतिदिन राज्य और जिला मुख्यालय स्तर पर समीक्षा की जा रही है। शिक्षा विभाग के अनुसार, आंदर प्रखंड में कुल 42, बड़हरिया प्रखंड में 83, बसंतपुर प्रखंड में 35, भगवानपुर हाट प्रखंड में 88, दारौंदा प्रखंड में 70 शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाई है।
दरौली प्रखंड में 39, गोरेयाकोठी प्रखंड में 85, गुठनी प्रखंड में 71, हुसैनगंज प्रखंड में 39, महाराजगंज प्रखंड में 67, मैरवा प्रखंड में 32, पचरुखी प्रखंड में 101 शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है।
सभी शिक्षकों से मांगा गया स्पष्टीकरण
रघुनाथपुर प्रखंड में 43, सिसवन प्रखंड में 56, सिवान सदर प्रखंड में 109, लकड़ी नबीगंज प्रखंड में 76, हसनपुरा प्रखंड में 37, नौतन प्रखंड में 34 और जीरादेई प्रखंड में कुल 53 शिक्षकों ने 25 जून से 30 जुलाई तक ई- शिक्षा पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज नहीं की है।
इन शिक्षकों से संबंधित विभाग के बीईओ से शिक्षकवार स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस मामले में बीईओ राजकिशोर उपाध्याय ने बताया कि ई-शिक्षा पोर्टल एप के माध्यम से पठन-पाठन, सुरक्षित शनिवार, छात्रों की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति आदि की समीक्षा की जा रही है।
शिक्षा विभाग ने इसे लेकर मॉनीटरिंग बढ़ा दी है और आवश्यक तकनीकी प्रशिक्षण भी पदाधिकारियों- प्रधानाध्यापकों को दिया गया है। नई व्यवस्था के तहत विद्यालयों में पठन पाठन, छात्रों एंव शिक्षकों की उपस्थिति में काफी सुधार हुआ है।
यह भी पढ़ें-
पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों का भी होगा अंतरजिला ट्रांसफर, शिक्षा विभाग ने जताई सहमति
बिहार के कई DEO Office शिक्षा विभाग के रडार पर, भुगतान करने में चल रहा था खेला; अब हर महीने निरीक्षण