Move to Jagran APP

Gau Palan Anudan: अगर पैसे नहीं हैं तो गाय पालिए, 2 लाख रुपये तक मिलेगी मदद, पढ़ें आवेदन की प्रक्रिया

Gau Palan Yojna सरकार ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसमें दूध डेयरी व्यवसाय या दुधारू पशुओं की इकाई स्थापित करने के लिए सरकार समग्र गव्य विकास योजना की शुरूआत 15 अगस्त से होगी और आवेदन ऑनलाइन भरा जाएगा। इसके तहत अत्यंत पिछड़ा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति सामान्य वर्ग के लोगों को लाभ मिलेगा।

By Tarun Kumar Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Sat, 03 Aug 2024 07:12 PM (IST)
Hero Image
गौ पालन पर अनुदान दे रही नीतीश सरकार (जागरण)
जागरण संवाददाता,सिवान। Gau Palan Yojna: सरकार ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसमें दूध डेयरी व्यवसाय या दुधारू पशुओं की इकाई स्थापित करने के लिए सरकार समग्र गव्य विकास योजना की शुरूआत 15 अगस्त से होगी और आवेदन ऑनलाइन भरा जाएगा।

सरकार की तरफ से 40 से लेकर 75 फीसदी तक का अनुदान

इसके तहत अत्यंत पिछड़ा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, सामान्य वर्ग के लोगों को लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत देसी गाय पालने पर सरकार की तरफ से 40 से लेकर 75 फीसदी तक का अनुदान मिलेगा। दरअसल राज्य सरकार के इस योजना का उद्देश्य दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ रोजगार को बढ़ावा देना है।

ससी-एसटी के लोगों के लिए सब्सिडी

एससी/एसटी के लिए 75 प्रतिशत, सभी वर्गों के लिए 50 प्रतिशत और 15 व 20 गायों पर 40 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। सरकार ने दो देसी गायों पर एक लाख 74 हजार रुपया तक की है, यानी इस पर पिछड़ा, एससी-एसटी के लोगों के लिए एक लाख तीस हजार पांच सौ रुपया की सब्सिडी मिलेगी।

वहीं अन्य सभी वर्गों के लिए 87 हजार रुपया अनुदान के तौर पर मिलेंगे। जबकि चार देसी गायों पर तीन लाख 90 हजार चार सौ रुपया है, इसमें पिछड़ा, एससी-एसटी के लोगों के लिए दो लाख 92 हजार आठ सौ रुपया की सब्सिडी मिलेगी। वहीं अन्य सभी वर्गों के लिए एक लाख 95 हजार दो सौ रुपया अनुदान के तौर पर मिलेंगे।

ये भी पढ़ें

स्मार्ट मीटर तेजी से घूमता है... शिकायत पर बिजली विभाग ने लगाई गजब की तरकीब, गांव वाले तुरंत हो गए तैयार

Smart Meter: ' डर से 1 पंखा चलाते हैं', ग्रामीणों ने की स्मार्ट मीटर की शिकायत, कहा- 1800 रुपये बिल आ रहा

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।