Putul Devi: कौन हैं बिहार की पुतुल देवी? जिन्हें राष्ट्रपति ने 15 अगस्त पर किया सम्मानित
सिवान जिले के रघुनाथपुर की जीविका दीदी पुतुल देवी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किया। उन्हें यह सम्मान जल-जीवन-हरियाली मिशन के अंतर्गत वन संरक्षण और पौधारोपण में उनके योगदान के लिए मिला। पुतुल देवी 2015 से जीविका समूह से जुड़ी हैं और एक पेड़ मां के नाम पहल चलाती हैं जिससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिल रहा है।
संवाद सूत्र, रघुनाथपुर (सिवान)। प्रखंड की जीविका दीदी पुतुल देवी को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किए जाने पर क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है।
यह सम्मान उन्हें जल-जीवन-हरियाली मिशन के अंतर्गत वन संरक्षण एवं पौधारोपण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रदान किया गया।
पुतुल देवी 2020 से इस क्षेत्र में सक्रिय है और जीविका समूह से वर्ष 2015 से जुड़ी हुई हैं। वे अपनी नर्सरी के माध्यम से पौधों की देखभाल और संरक्षण का कार्य करती हैं।
उनके प्रयासों से वन विभाग को पौधारोपण के लिए निरंतर पौधे उपलब्ध होते रहे हैं। उनकी एक विशेष पहल 'एक पेड़ मां के नाम' के तहत प्रत्येक वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर करीब 500 जीविका दीदियों को पौधे वितरित करती हैं और स्वयं भी अपनी मां के नाम पर एक पौधा लगाती हैं।
उनका यह अभियान पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मिसाल बन चुका है। इस उपलब्धि की जानकारी दो अगस्त को गोपालगंज वन विभाग एवं केंद्रीय पदाधिकारी टीम द्वारा दी गई, जब वे पुतुल देवी के पैतृक गांव मुरारपट्टी पहुंचे और उन्हें राष्ट्रपति की ओर से औपचारिक निमंत्रण पत्र सौंपा था।
पुतुल देवी ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिल कर गौरवांवित महसूस रह रही हैं।
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