शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा के पीछे चलती रहीं 100 से ज्यादा लग्जरी गाड़ियां, समर्थकों के सिर से पुलिस ने ऐसे उतारा जिद का भूत
ओसामा शहाब और उसके साथी सलमान को पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को कोर्ट में पेश किया। गाड़ी से उतरते ही ओसामा को देखने के बाद समर्थक जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। वहीं भीड़ को संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। इसके पूर्व ओसामा शहाब यूपी की तरफ से सिवान में प्रवेश किया।
जागरण संवाददाता, सिवान। ओसामा शहाब और उसके साथी सलमान को पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को कोर्ट में पेश किया। गाड़ी से उतरते ही ओसामा को देखने के बाद समर्थक जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।
वहीं, भीड़ को संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। इसके पूर्व ओसामा शहाब यूपी की तरफ से सिवान में प्रवेश किया। ओसामा शहाब फार्च्यूनर गाड़ी में सवार था और उसके पीछे 100 से अधिक लग्जरी गाड़ियों का काफिला था। गुठनी में भी काफी संख्या में उसके समर्थक सड़क पर खड़े होकर काफिले का इंतजार कर रहे थे।
समर्थकों के चेहरों पर छा गई मायूसी
कोर्ट में पेशी के पूर्व ओसामा के समर्थकों को यह लग रहा था कि कोर्ट ओसामा शहाब को जमानत दे देगी, लेकिन कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। कोटे के फैसले के बाद समर्थकों के चेहरों पर मायूसी छा गई।
समर्थक ओसामा को निजी वाहन में बैठाने के लिए अड़े
कोर्ट में पेशी के बाद मंडल कारा जाने के दौरान समर्थक ओसामा को उसके निजी वाहन में बैठाने के लिए अड़े थे। इस पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने ओसामा को अपनी गाड़ी में बैठाया और मंडल कारा की ओर निकल पड़ी।
मंडल कारा ले जाने के दौरान गाड़ी के आगे-पीछे भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ मंडल कारा की ओर बढ़ चली। इधर सुरक्षा लिहाज से मंडल कारा के मुख्य गेट के सामने पुलिस बल की भारी तैनाती की गई थी।
राजीव रोशन की हत्या में पहली बार आया था नाम
हुसैनगंज थाने के प्रतापपुर निवासी व पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब पर पहली बार 16 जून 2014 को चर्चित तेजाब कांड के एकमात्र गवाह राजीव रोशन की हत्या कराने की प्राथमिकी कराई गई थी।
रोशन 16 अगस्त 2004 को अपने भाइयों गिरीश राज और सतीश राज की हत्या का एकमात्र गवाह था। पुलिस ने अनुसंधान के दौरान ओसामा पर आरोप सही न पाये जाने पर उसका नाम केस से निकाल दिया था।
खान ब्रदर्स पर फायरिंग का दर्ज हुआ था मुकदमा
ओसामा का नाम चार अप्रैल 2022 को अपराध के लिए फिर से जुड़ा। हुसैनगंज थाना क्षेत्र के महुवल में खान ब्रदर्स के नाम जाने जानेवाले रईस खान के काफिला पर एके 47 से गोली चलवाने का आरोप उस पर रईस खान लगवाया।
इसमें एक व्यक्ति की मौत भी हुई थी। इस घटना में भी ओसामा का नाम आया था। इस मामले में भी पुलिस ने जांच के दौरान आरोप सत्य न पाये जाने पर अनुसंधान में उसे क्लीन चीट दे दी।
बहन के सुसराल मोतिहारी में फायरिंग की प्राथमिकी
मोतिहारी के रानी कोठी में भूमि विवाद में एक अगस्त 2023 को मारपीट और फायरिंग हुई थी। मामले में दोनों पक्षों की तरफ से थाना में आवेदन दिया गया था।
रानी कोठी में अपनी बहन के ससुराल में जमीन बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद में अपने साथियों के साथ फायरिंग करने का आरोप ओसामा पर लगाया गया है इस मामले में पुलिस ने ओसामा पर प्राथमिकी की है।
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