निमोनिया के लिए रामबाण साबित हो रहा नियूमोकोकल कोंजूगेट वैक्सीन
फोटो 21 सिव 50 - निमोनिया से प्रतिवर्ष दुनिया में 10 लाख बच्चों की होती है मौत - शिशु की मृत्यु दर में आयी है कमी सरकारी अस्पताल में निशुल्क - मॉडल टीकाकरण से शहरी आबादी में टीकाकरण के प्रति बढ़ा रुझान जासंसिवान विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पीसीवी (नियूमोकोकल कोंजूगेट वैक्सीन) एक बहुत ही महत्वपूर्ण वैक्सीन है इससे बच्चों की मृत्यु दर में कमी आ रही है जिससे ये वैक्सीन रामबाण साबित हो रही है। पीसीवी पहले प्राइवेट में उपलब्ध होने के कारण आम लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ता था लेकिन यह दवा सरकारी अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध हैं।
सिवान: निमोनिया से प्रतिवर्ष दुनिया में 10 लाख बच्चों की मौत हो रही है। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पीसीवी (नियूमोकोकल कोंजूगेट वैक्सीन) को इसकी रोकथाम के लिए लाया है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण वैक्सीन है। इससे बच्चों की मृत्यु दर में कमी आ रही है जिससे ये वैक्सीन फिलहाल निमोनिया के रोकथाम में रामबाण साबित हो रही है। पीसीवी पहले प्राइवेट में उपलब्ध होने के कारण आम लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ता था लेकिन अब इस दवा को सरकारी अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध हैं। यह टीका जिला एवं प्रखंड के सभी अस्पतालों में उपलब्ध है। टीका तीन डोज में दिया जाएगा। पहला डोज 6 सप्ताह, दूसरा डोज 14 सप्ताह एवं बूस्टर डोज 9 माह में दिया जाता है।
मॉडल टीकाकरण से शहरी आबादी में टीकाकरण के प्रति बढ़ा रुझान