Move to Jagran APP

Paddy Sowing: इस उपकरण से धान की बोआई पर कम आता है खर्च, होता है अध‍िक मुनाफा

Bihar News कृषि विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डा. अनुराधा रंजन कुमारी ने बताया कि ड्रम सीडर से धान की बोआई कर किसान कम खर्च में अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ड्रम सीडर एक आधुनिक कृषि उपकरण है जिसका उपयोग धान के बीजों को खेत में समान दूरी और गहराई पर बोने के लिए किया जाता है।

By Ramesh Kumar Edited By: Prateek Jain Updated: Sun, 07 Jul 2024 04:04 PM (IST)
Hero Image
लगातार हो रही वर्षा के बाद अब धान की रोपनी करने के लिए किसान बिचड़ा को भटक रहे हैं।
संवाद सूत्र, भगवानपुर हाट (सिवान)। जून में कम वर्षा होने से किसान धान का बिचड़ा डालने से वंचित हो गए थे लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही वर्षा के बाद अब धान की रोपनी करने के लिए किसान बिचड़ा को भटक रहे हैं। ऐसे किसान ड्रम सीडर से धान की सीधी बोआई करें।

यह बात कृषि विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डा. अनुराधा रंजन कुमारी ने कही। उन्होंने कहा कि ड्रम सीडर से धान की बोआई कर किसान कम खर्च में अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

ड्रम सीडर से समय और श्रम दोनों की बचत

उन्होंने कहा कि अब धान की रोपनी न कर बोआई करें किसान। धान की बोआई के लिए आसान तरीके से ड्रम सीडर है। ड्रम सीडर एक आधुनिक कृषि उपकरण है जिसका उपयोग धान के बीजों को खेत में समान दूरी और गहराई पर बोने के लिए किया जाता है।

इससे बीजों का समान वितरण होता है और फसल की उत्पादन बढ़ता है। पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त स्थान मिलता है और पौधों की वृद्धि बेहतर होती है। इस विधि से बोआई करने पर बीज की मात्रा में 20-30 प्रतिशत तक की बचत होती है।

ड्रम सीडर से बोआई करने में समय और श्रम दोनों की बचत होती है। इसके प्रयोग से बोआई की प्रक्रिया मजदूरों के लागत की बचत होती है।

समान वितरण और उचित गहराई पर बीज बोने से फसल की उत्पादकता में 10-15 प्रतिशत तक की वृद्धि होती है, इस विधि में खेत में पानी की आवश्यकता कम होती है, जिससे जल की बचत होती है।

यह भी पढ़ें -

Bihar Flood: भारी बारिश के बाद विकराल रूप दिखा रही कोसी, गांवों में घुसा पानी; पलायन को मजबूर हुए ग्रामीण

Bihar News: अब बदहाली से बाहर निकलेंगे 29 तालाब, संरक्षण के साथ लौटेगी रौनक; सरकार करने जा रही ये काम

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।