Siwan: प्रेमी-प्रेमिका को पकड़ने गई पुलिस, युवक तीसरी मंजिल से कूदा; एसपी और मृतक की बहन ने कहीं अलग-अलग बातें
Bihar News प्रेमी-प्रेमिका को पकड़ने गई पुलिस को देखकर प्रेमी ने मकान की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। इसके बाद झारखंड पुलिस पुन घर में प्रवेश कर मकान की छत से ही प्रेमिका को बरामद करते हुए अपने साथ लेकर चली गई।
जागरण संवाददाता, सिवान : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कनिष्क बिहार कालोनी में रविवार की सुबह प्रेमी-प्रेमिका को पकड़ने गई पुलिस को देखकर प्रेमी ने मकान की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी।
इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान झारखंड के चतरा जिले के पिपरवाड़ थाना क्षेत्र के पचड़ा गांव निवासी 40 वर्षीय अरुण कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि मृतक अरुण कुमार के बहनोई एक किराए के मकान में रहते हैं, जहां तीन दिन पूर्व मृतक अपनी कथित प्रेमिका के साथ आकर रह रहा था।
रविवार की सुबह झारखंड पुलिस स्थानीय थाना की पुलिस के साथ युवती को बरामद करने के लिए पहुंची, उसी दौरान प्रेमी-प्रेमिका छत पर जाकर छिप गए। इस दौरान पुलिस अरुण के बहनोई व बहन को अपने साथ लेकर जाने लगी।
घर से बाहर निकलकर बहन-बहनोई से पुलिस को कड़ाई से पेश आते देख उसने छत से छलांग लगा दी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद झारखंड पुलिस पुन: घर में प्रवेश कर मकान की छत से ही प्रेमिका को बरामद करते हुए अपने साथ लेकर चली गई।
एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने क्या बताया?
वहीं, स्थानीय थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। इस मामले को एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने एक अलग ही एंगल दिया है।
एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि रांची की पुलिस टीम द्वारा अपहृता की बरामदगी हेतु मुफस्सिल थाने की पुलिस के मदद से छापेमारी की गई।
छापेमारी में एक अवासीय मकान से अपहृता को बरामद किया गया। इस दौरान आरोपित अपहरणकर्ता भागने के दौरान छत से कूद गया। इससे उसकी मौत हो गई।
मृतक की बहन चंदा देवी ने क्या बताया?
मृतक अरुण कुमार की बहन चंदा देवी ने बताया कि रांची एवं मुफस्सिल थाने की पुलिस द्वारा मेरे घर में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मेरे भाई अरुण कुमार को पीटकर छत से धक्का देकर मार डाला।
वहीं, पुलिस ने मेरे पति एवं अन्य सदस्यों के साथ भी मारपीट की। हर कोई इस मामले में अलग बयान दे रहा है। ऐसे में, कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता है।