रोजगार व लोकतंत्र की रक्षा देश की जरूरत : माले
भाकपा माले ने शहीद कामरेड चंद्रशेखर की 21वीं शहादत दिवस शनिवार को मनाया।

सिवान। भाकपा माले ने शहीद कामरेड चंद्रशेखर की 21वीं शहादत दिवस शनिवार को मनाया। इस मौके पर शहर के गोपालगंज मोड़ स्थित शहीद चंद्रशेखर के प्रतिमा स्थल पर एक सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले केंद्रीय कमेटी के सदस्य सह जिला सचिव नईमुद्दीन अंसारी ने कहा कि शहीद चंद्रशेखर ने कहा था कि सबसे बुरा होता है नौजवानों के सपनों का मर जाना। आज देश की सरकार शिक्षा, रोजगार और हर अधिकार से वंचित कर रही है। देश में हर तबका परेशान है। ना स्कूलों में पढ़ाई है ना अस्पतालों में दवाई है।
छात्रवृत्ति में कटौती कर गरीब नौजवानों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। पेपर लीक होने पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री हंसते हैं ।बेरोजगारी की मार करोड़ों-करोड़ नौजवान झेल रहे है। रोजगार देने की बजाय देश के प्रधानमंत्री पकौड़े बेचने की सलाह दे रहे हैं। देश में नफरत की राजनीति कर समाज को बांटा जा रहा है। यह देश के संविधान लोकतंत्र आजादी के लिए सबसे बड़ा फांसीवादी खतरा है। आज युवा वर्ग को हर मोर्चे पर संगठित होकर फांसीवादी हमले के खिलाफ संविधान और देश की रक्षा करनी होगी। यही शहीद चंद्रशेखर की असली श्रद्धांजलि होगी। सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा कि किसान अन्नदाता है। जो कर्ज के बोझ से आत्महत्या कर रहे है। सरकार अपना काम करने के बजाय चीन पाकिस्तान विरोध में मशगूल हैं। शहीद चंद्रशेखर के अधूरे सपने को पूरा हम भाकपा माले को मजबूत कर सांप्रदायिक फांसीवाद का विरोध के साथ करेंगे। सभा को योगेंद्र यादव, विनोद कुमार, सुजीत कुशवाहा, आइसा नेता जयशंकर पंडित, विकास कुमार यादव ने भी संबोधित किया। इस मौके पर राम शंकर चौरसिया, रमेश प्रसाद, गौतम पांडेय, युगलकिशोर ठाकुर, कृषि मंत्री उपेंद्र साह, जयकरण महतो, सफी अहमद, कुमार रामजी, जयंत राम इत्यादि उपस्थित थे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।