बढ़ती गर्मी में झुलस रही हैं सब्जियां, नेनुआ-भिंडी भी महंगाई से हुई लाल; रेट जानकर खरीदने से करेंगे तौबा
बढ़ते तापमान से सब्जी की उपज पर असर पड़ता दिख रहा है। इस वजह से हरी सब्जियां महंगी हो गई है। तेज धूप में सब्जी की फसलें झुलसकर बर्बाद हो रही हैं। किसान इसे बचाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन बात नहीं बन रही है। ऐसे में कीमत बढ़ाने के अलावा उनके पास और कोई चारा भी नहीं है।
संसू, भगवानपुर हाट (सिवान)। अप्रैल में जून जैसी गर्मी पड़ने से किसानों के खेतों में लगी सब्जी पर विपरीत असर पड़ रहा है। सब्जी के पौधे गर्मी के कारण मुरझाना शुरू कर दिए हैं। किसान सब्जी के पौधों के सूखने से बचाने के लिए लगातार सिंचाई कर रहे हैं।
हरी सब्जियों पर धूप का गहरा असर
तेज पछुआ हवा से सब्जी की फसलें झुलसकर बर्बाद हो रही हैं। गर्मी के प्रकोप से परवल, लौकी, नेनुआ, भिंडी, करैला, हरा मिर्च, खीरा, भिंडी, पालक पर विपरीत असर पड़ता दिख रहा है। हरी सब्जी की उपज कम होने के कारण बाजार में हरी सब्जी का दर मंहगा हो गया है।
बाजार में इतनी है सब्जियों की रेट
बाजार में परवल 70 रुपये प्रति किलोग्राम , नेनुआ 35 रुपये, शिमला मिर्च 25 रुपये, भिंडी 40 रुपये, गाजर 40 रुपये, पत्ता गोभी 40 रुपये, धनिया पत्ती 100 रुपये, टमाटर 40 रुपये, पालक 40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिकने लगा है।फसल को बचाने का यह एक है उपाय
वहीं गरमा फसल मक्का, मूंग, तिल पर भी असर पड़ता दिख रहा है। इस संबंध में कृषि विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डा. अनुराधा रंजन कुमारी ने बताया कि संभावना है कि इस वर्ष गर्मी अधिक पड़ेगी।
सब्जी की फसल को बचाने के लिए किसानों को एक दिन बाद सिंचाई करनी पड़ेगी। इसलिए लागत अधिक होने पर किसान सब्जी महंगे दर पर बेचने को विवश होंगे।
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