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Siwan News: तीन कमरे में 478 बच्चे पढ़ने को हैं मजबूर, चहारदीवारी नहीं होने से परेशानी; जंगली जानवर कर जाते हैं प्रवेश

Siwan News बिहार में शिक्षा विभाग शिक्षा व्यवस्था के सुधरने का लाख दावा कर ले लेकिन कुछ जगह से ऐसी तस्वीर सामने आ रही है जो कि इस दावे की हवा निकालने के लिए काफी है। सिवान के आंदर प्रखंड के एक स्कूल में तीन कमरों में 400 से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं। वहीं चाहरदीवारी नहीं होने के कारण शिक्षक व बच्चों को जंगली जानवरों का डर सताता रहता है।

By Sujeet Kumar (Aandar) Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Wed, 31 Jul 2024 10:35 PM (IST)
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तीन कमरे में 478 बच्चे पढ़ने को हैं मजबूर (जागरण)

संवाद सूत्र, आंदर (सिवान)। Siwan News: सिवान के आंदर प्रखंड के राजकीयकृत मध्य विद्यालय असांव में बच्चों के अनुपात में कमरों की कमी है। इस कारण बच्चों को पठन-पाठन में परेशानी होती है। साथ ही चहारदीवारी नहीं होने के कारण शिक्षक व बच्चे अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

चारदीवारी न होने से जंगली जानवर कर जाते हैं प्रवेश

चहारदीवारी नहीं होने से आए दिन जानवर एवं कोई ना कोई विद्यालय परिसर में प्रवेश कर जाता है। यह विद्यालय काफी पुराना है। इस विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक बच्चों की पढ़ाई होती है जहां कुल 478 नामांकित बच्चे हैं। विद्यालय परिसर में चार कमरे हैं इसमें एक कमरे में कंप्यूटर व कार्यालय बनाया गया है।

तीन कमरों में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे बैठकर लेते हैं शिक्षा

शेष बचे तीन कमरों में कक्षा से एक आठ तक के बच्चे बैठकर शिक्षा ग्रहण करते हैं। वहीं कुछ बच्चों को मजबूरी में जमीन पर बैठाकर बरामदे में पढ़ाया जाता है।  40 बच्चों पर एक कमरा व एक शिक्षक होना आवश्यक : सरकारी नियमानुसार विद्यालय में 40 बच्चों पर एक कमरा व एक शिक्षक होने चाहिए। जबकि इस विद्यालय में कार्यालय के बाद मात्र तीन कमरा है।

1 कमरे में 150 बच्चे बैठते हैं

ऐसे में एक कमरे में 150 बच्चे बैठते हैं। इस विद्यालय में 18 शिक्षक-शिक्षिका कार्यरत हैं। इसमें महिला शिक्षक की संख्या 11 व पुरुष शिक्षकों की संख्या सात है। इसमें प्रधानाध्यापक एक, नियोजित 12, टीईटी दो, बीपीएसी दो, खेल शिक्षक एक, कंप्यूटर शिक्षक एक, रसोइया चार कार्यरत हैं।

जगह की कमी के कारण एक ही जगह एक से पांचवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं। एक ही जगह पांच कक्षा के बच्चों को पांच शिक्षक पढ़ाते हैं। इस संबंध में प्रधानाध्यापक जाहिद हुसैन अंसारी ने बताया कि इस विद्यालय में सबसे बड़ी समस्या कमरों की कमी एवं चारदीवारी नहीं होना है।

विद्यालय की समस्याओं से वरीय पदाधिकारियों को कई बार लिखित रूप से अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है।

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