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Chhath Puja 2024: चार साल बाद कोसी बराज पर उमड़ेगा जन सैलाब, दो देशों के व्रतियों का होगा मिलन

छठ में कोसी बराज पर भारत और नेपाल के श्रद्धालु एक बार फिर साथ में छठ मनाएंगे। चार साल के अंतराल के बाद दोनों देशों के लोग इस पावन पर्व पर मिलकर खुशियां मनाएंगे। कोसी बराज पर भव्य तैयारी की जा रही है और प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इस बार कोसी बराज पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है।

By Mithlesh Kumar Jha Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 06 Nov 2024 04:25 PM (IST)
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कोसी बराज पर चार साल बाद फिर गूंजेगी छठ की धूम (फाइल फोटो)
संवाद सहयोगी, वीरपुर (सुपौल)। भारत-नेपाल के बीच सांस्कृतिक एकता का प्रतीक छठ महापर्व (Chhath Puja 2024) इस बार फिर से कोसी बराज पर दोनों देशों के लोगों द्वारा संयुक्त रूप से मनाया जाएगा। कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 और 2021 में नेपाल सरकार ने सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी कारणों से यहां छठ आयोजन पर रोक लगा दी थी। 2023 तक छठ नहीं मनाया गया, लेकिन इस वर्ष चार वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के बाद नेपाल और भारतीय क्षेत्र के श्रद्धालुओं को एक बार फिर कोसी बराज पर मिलकर छठ पर्व मनाने का अवसर मिला।

इस अवसर पर कोसी बराज पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसमें नेपाल और भारत दोनों ही देशों के लोग शामिल होंगे। घाटों पर व्रती सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करेंगे। लोगों के बीच दोबारा छठ पर्व को एक साथ मनाए जाने को लेकर खासा उत्साह है।

श्रद्धालुओं में दिखेगा विशेष उत्साह

नेपाल और भारत के लोगों के लिए यह छठ महापर्व केवल एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव का पर्व भी है। नेपाल के श्रद्धालुओं ने इस आयोजन पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें चार साल बाद यहां अपने भारतीय भाइयों और बहनों के साथ मिलकर छठ करने का सौभाग्य प्राप्त होगा।

स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, पिछले चार वर्षों से बंद पड़े व्यवसायों में इस बार फिर से चहल-पहल देखने को मिली। पूजा सामग्री, फल, फूल और प्रसाद की दुकानों पर भीड़ लगी रही। दोनों देशों के श्रद्धालुओं की उपस्थिति से घाटों पर रौनक लौटेगी, जिससे व्यापारियों में भी आशा और उत्साह की लहर है। दोनों देशों के श्रद्धालु कोसी बराज पर एक साथ छठ महापर्व का आनंद लेंगे।

2019 में मनाया था महापर्व छठ

2019 में कोसी बराज स्थित छठ घाट पर अंतिम छठ पर्व मनाया गया था। एक ही घाट पर नेपाल और भारतीय क्षेत्र के लोगों ने छठ पर्व मनाया था। इसके बाद कोरोना काल होने के कारण वर्ष 2020 और 2021 में नेपाल सरकार द्वारा रोक लगा दी गई थी। रोक लगने के बाद वर्ष 2023 तक दोनों पड़ोसी देश के श्रद्धालुओं ने एक साथ कोसी बराज पर छठ नहीं मनाया। इसके बाद पिछले तीन वर्षों से कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बाद कोसी बराज का छठ घाट ही समाप्त हो गया था।

नगर पंचायत वीरपुर और भीमनगर पंचायत के लोगों ने नगर क्षेत्र में ही विभिन्न घाटों पर छठ मनाना बेहतर समझा। कोसी बराज के छठ पूजा कमेटी ने भी इस ओर अधिक ध्यान नहीं दिया। इस साल कोसी बराज स्थित छठ पूजा कमेटी द्वारा कोसी बराज पर छठ महापर्व मनाने को लेकर तैयारी की जा रही है। लोगों को छठ मनाने के लिए कोसी बराज आने का आमंत्रण दिया है। प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियां की जा रही हैं ताकि श्रद्धालु पूरी सुरक्षा और सुविधा के साथ यहां छठ पर्व मना सकें। जगह-जगह सजावट और सफाई का कार्य तेजी से चल रहा है।

इस बार कोसी बराज पर भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए परिवहन के विशेष प्रबंध किए गए हैं। वाहनों की पार्किंग के लिए अलग-अलग स्थान निर्धारित किए गए हैं। बराज छठ कमेटी के गुनेश्वर कर्ण और उमेश यादव ने बताया कि कोसी गांव पालिका के अध्यक्ष अयूब अंसारी शेक और वार्ड अध्यक्ष बलराम क्षेत्री द्वारा इस साल पूरी तैयारी की गई है। पहले की तरह ही पूजा होगी। मूर्ति भी स्थापित की जाएगी।

क्या कहते हैं एसडीएम?

इस बाबत एसडीएम वीरपुर नीरज कुमार ने बताया कि नेपाल और भारत के बीच बेटी-रोटी का संबंध है। ये लोक आस्था का महापर्व है। कोसी बराज पर जाकर छठ मनाने के लिए प्रशासनिक स्तर से किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं है। श्रद्धालु वहां छठ मना सकते हैं।

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