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बिहार: नदी किनारे मिली न्यू बर्न एंजल, फिर फरिश्ता बनकर पहुंचे कपल्स बेरंग लौटे

बिहार के सुपौल जिले में नदी किनारे मिली न्यू बर्न एंजल को देख लोगों ने हर कोई दया दिखाने लगे। उस मां की ममता पर सवाल उठाने लगा जिसने इसे यहां लवारिस हालत में फेंक दिया। इधर बच्ची को गोद लेने पहुंचे कपल्स को निराशा हाथ लगी।

By Bharat Kumar JhaEdited By: Shivam BajpaiUpdated: Fri, 11 Nov 2022 07:58 PM (IST)
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बिहार के सुपौल जिले में लवारिस हालत में नदी किनारे मिली नवजात बच्ची।

संवाद सहयोगी, त्रिवेणीगंज (सुपौल): 'मां मेरी क्या गलती बस इतनी थी कि मैंने बेटी के रूप में जन्म लिया।' यह सवाल हर किसी के दिल को झकझोर रहा है। इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना थाने क्षेत्र से सामने आई है। दरअसल, नगर परिषद क्षेत्र के एनएच 327ई मुख्य मार्ग से दक्षिण दिशा में स्थित चिलोनी नदी तटबंध के किनारे शुक्रवार की अल सुबह एक नवजात बच्ची लावारिस अवस्था में पड़ी मिली। जिसकी रोने- बिलखने की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोगों की नजर उस पर पड़ी और देखते ही देखते लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। जिसे देखकर हर कोई हक्का-बक्का रह गया। न्यू बर्न एंजल सी बच्ची पर हर कोई दया दिखाने लगा।

वहां पर मौजूद लोग इस दृश्य को देख कर सहम से गए। वह कितनी निर्दयी मां होगी जिसने अपने ही जिगर के टुकड़े को नदी के तटबंध किनारे फेंक कर चली गई। आखिरकार इस नवजात मासूम की क्या गलती थी। इस सवाल का जवाब देने वाला वहां कोई नहीं था। वहां मौजूद लोगों ने इस घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी। जिसके बाद थाना पुलिस के द्वारा नवजात को अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया। जहां ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक मंजिता जायसवाल ने बताया कि त्रिवेणीगंज पुलिस के द्वारा एक नवजात बच्ची को अस्पताल लाया गया है। जो थाना क्षेत्र के चिलौनी नदी तटबंध के किनारे लावारिस अवस्था में पड़ी मिली थी। देखने से लगता है कि बच्ची एक सप्ताह पहले जन्म ली है। लेकिन अभी बच्ची स्वस्थ है, पुलिस के द्वारा ही चाइल्ड हेल्प लाइन को सूचना दी गई है।

फरिश्ता बनने आए दंपति बैरंग लौटे

लावारिस अवस्था में बच्ची मिलने की सूचना पाकर उसे अपनाने की चाहत में कई दंपत्ति अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे और उसे अपनाने का भरसक प्रयास किया। लेकिन उन्हें चाइल्ड लाइन प्रक्रिया में जाने को कहा गया। जिससे दंपत्ति पुनः अनुमंडलीय अस्पताल से बैरंग वापस लौट गए। जिसके बाद चाइल्ड लाइन के तीन सदस्यीय टीम अस्पताल पहुंचकर कागजी प्रक्रिया पूरी कर उक्त नवजात बच्ची को अपने साथ सुपौल ले गए। इससे पहले अनुमंडलीय अस्पताल में उक्त बच्ची को देखकर मौजूद कर्मी काफी खुश दिखे। सभी बच्ची को गोद में लेकर सेल्फी ले रहे थे।

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