Bihar: फायरिंग का आरोप लगा महिला ने आर्म्स ऐक्ट में दर्ज कराया था केस, पुलिस जांच में सामने आई सच्चाई तो खुद हो गई गिरफ्तार
Bihar Crime News बिहार के सुपौल में एक महिला को थाना में आर्म्स एक्ट का झूठा मुकदमा दर्ज करवाना महंगा पड़ गया। पुलिस ने झूठा मुकदमा दर्ज करने के आरोप में महिला को गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जेल भेजी गई महिला थाना क्षेत्र के मझारी पंचायत वार्ड 8 निवासी लक्ष्मी मेहता की पत्नी ममता देवी है।
संवाद सहयोगी, निर्मली (सुपौल)। बिहार के सुपौल में निर्मली थाना क्षेत्र की मझारी पंचायत की एक महिला को थाना में आर्म्स एक्ट का झूठा मुकदमा दर्ज करवाना महंगा पड़ गया। पुलिस ने झूठा मुकदमा दर्ज करने के आरोप में महिला को गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जेल भेजी गई महिला थाना क्षेत्र के मझारी पंचायत वार्ड 8 निवासी लक्ष्मी मेहता की पत्नी ममता देवी है।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि महिला ने 12 अगस्त 2023 को निर्मली थाना पुलिस को एक आवेदन दिया था। आवेदन में कहा कि 11 अगस्त 2023 की रात करीब 11:30 बजे गांव के ही बलराम मेहता समेत 6 लोगों ने उनके घर को चारों तरफ से घेर लिया। घर को घेरने के बाद उन लोगों ने उनके पति का नाम लेकर भद्दी-भद्दी गालियां देना शुरू कर दिया। आवेदन में महिला ने आरोप लगाया कि था कि इस दौरान इन लोगों के द्वारा कई राउंड फायरिंग भी की गई थी।
जांच में सामने आई सच्चाई
महिला के आवेदन के आधार पर निर्मली थाना पुलिस ने थाने में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। मामले की जांच के दौरान मामला पूरी तरह से झूठा निकला। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
थानाध्यक्ष ने क्या कहा ?
थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि जेल भेजे गए महिला के द्वारा दिए गए आवेदन के आलोक में आर्म्स एक्ट से संबंधित मामला दर्ज कर जांच की गई थी। जांच में पाया गया कि महिला के द्वारा दर्ज करवाया गया मुकदमा झूठा है। इसके बाद महिला के खिलाफ उक्त कार्रवाई की गई है।
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