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सांसद ने रेल परियोजनाओं की राशि व ट्रेन बढ़ाने की सदन में रखी मांग

रेल मंत्रालय के अनुदान मांगों पर चर्चा में भाग लेते हुए क्षेत्रीय सांसद दिलेश्वर कामैत ने क्षेत्र से जुड़ी कई रेल परियोजनाओं में राशि समेत गाड़ियों की संख्या बढ़ाने की मांग सदन में रखी।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 16 Mar 2021 06:29 PM (IST)
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सांसद ने रेल परियोजनाओं की राशि व ट्रेन बढ़ाने की सदन में रखी मांग

सुपौल। रेल मंत्रालय के अनुदान मांगों पर चर्चा में भाग लेते हुए क्षेत्रीय सांसद दिलेश्वर कामैत ने क्षेत्र से जुड़ी कई रेल परियोजनाओं में राशि समेत गाड़ियों की संख्या बढ़ाने की मांग सदन में रखी। कहा, 1934 में भूकंप ने इस इलाके की रेल व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया था, जिससे यह इलाका रेल मामले में काफी पिछड़ा था। वर्तमान केंद्र सरकार ने बहुत हद तक इस क्षति की भरपाई की है।

कोसी नदी पर रेल पुल बनने के साथ रेल परिचालन भी अब शुरू हो गया है जिससे लगभग 86 वर्षों से दो भागों में विभक्त मिथिलांचल का एकीकरण संभव हो पाया है। सांसद ने कहा कि सहरसा से राघोपुर फारबिसगंज तक तथा आसनपुर-कुपहा से निर्मली तक रेलवे का आमान-परिवर्तन कार्य अभी अधूरा है, जिसे पूरा करने की जरूरत है। सहरसा से राघोपुर तथा आसनपुर-कुपहा तक फिलहाल एक पैसेंजर गाड़ी चल रही है, राघोपुर से ललितग्राम तथा आसनपुर-कुपहा से निर्मली तक आमान परिवर्तन का काम पूरा भी हो गया है। ऐसे में उक्त सभी रेलखंड पर जल्द से जल्द सीआरएस इंस्पेक्शन कर परिचालन बहाल करने की मांग की। चर्चा को आगे बढ़ाते हुए सांसद ने दानापुर से सहरसा तक आने वाली जनहित एक्सप्रेस, नई दिल्ली से सहरसा वैशाली एक्सप्रेस दोनों ट्रेन को सरायगढ़ तक विस्तार करने तथा अररिया गलगलिया नई रेल परियोजना में आवश्यकतानुसार राशि आवंटित करने को कहा। कहा कि अररिया गलगलिया नई रेल परियोजना कार्य तेजी से चल रहा है परंतु इस वर्ष बजट में मात्र एक हजार का आवंटन हुआ है जिसके कारण काम रुक गया है। उन्होंने रेलमंत्री से मांग करते हुए कहा कि इसे रिवीजन कर सूट बेल रिवाइज आवंटन कर काम को चालू रखा जाए ताकि आजादी के बाद पहली बार क्षेत्र के लोगों का सपना पूरा हो सके। सांसद ने प्रतापगंज से भीमनगर बथनाहा रेल परियोजना के बारे में भी सदन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि सामरिक ²ष्टिकोण से महत्वपूर्ण यह रेलखंड भी भूकंप में नष्ट हो चुका था तब से अभी तक यह रेलखंड वैसे पड़ा हुआ है। इस रेलखंड के चालू हो जाने से नेपाल से सटे सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिल पाएगा। सांसद ने कहा कि मांगों का एक ज्ञापन रेलमंत्री को भी दिया है जिस पर मंत्री द्वारा आश्वासन भी दिया गया है।