Supaul News : कोसी नदी में बढ़ने लगा पानी, शराब कारोबारियों की अब बल्ले-बल्ले; ऐसे होता है कारोबार
Bihar News कोसी नदी में पानी बढ़ने के साथ ही जगह-जगह शराब कारोबारियों की चांदी कटने लगी है। जानकारी अनुसार नदी में पानी कम रहने पर नाव का परिचालन संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में शराब करोबारियों को सड़क से शराब की खेप लानी पड़ती है। अब वे नदी के माध्यम से शराब लाकर बंपर मुनाफा कमा रहे हैं।
संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल)। कोसी नदी में पानी बढ़ने के साथ ही जगह-जगह शराब कारोबारियों की चांदी कटने लगी है। जानकारी अनुसार नदी में पानी कम रहने पर नाव का परिचालन संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में शराब करोबारियों को सड़क से शराब की खेप लानी पड़ती है।
नदी में पानी बढ़ने के बाद नाव का परिचालन आसान हो जाता है। नदी में पुलिस का खतरा नहीं रहता है और शराब के कारोबार में लगे लोग नदी के रास्ते बिना किसी रुकावट के नाव के सहारे नेपाली शराब लाते हैं और उसे भारतीय सीमा क्षेत्र में जगह-जगह खपाते हैं।
जानकारी के अनुसार, शराब माफिया नदी के रास्ते शराब लाकर कोसी के कछार में छुपा कर रखते हैं और रात को पूर्वी तटबंध के किनारे लाकर गाड़ी से दूसरी जगह ले जाते हैं। कोसी बराज सीमा सुरक्षा सड़क की विभिन्न जगहों पर रात भर शराब कारोबारी की आवाजाही रहती है।
सुबह 4 बजे तक शराब का धंधा चलता है
पूर्वी कोसी तटबंध से सटे गांव के लोगों का कहना है कि आधी रात के बाद गाड़ियां जगह-जगह जमा होती है और सुबह 4 बजे तक शराब का धंधा चलता है। लोगों का कहना है कि जब पुलिस सीमा सुरक्षा सड़क पर होती है तब शराब कारोबारी अलग हट जाते हैं जैसे ही पुलिस तटबंध से वापस होती है कि कारोबार चालू हो जाता है।
लोगों का कहना है कि कोसी नदी में पानी बढ़ने के बाद शराब कारोबारी की राह आसान हो गई है। नदी में कौन नाव कहां जा रही उसका ठीक से आकलन नहीं हो पाता। नदी में कई छोटी-छोटी नाव चलती रहती है। लोगों का कहना है कि अब पूरे बरसात नदी मार्ग से शराब कारोबारी सक्रिय रहेंगे।
कई बार पुलिस की सक्रियता से शराब माफिया पकड़े भी जा रहे लेकिन उसके बावजूद कारोबारी की संख्या कम नहीं हो रही है।
कई बार पकड़ी गई शराब
पुलिस चौकी की मांग
यह भी पढ़ें-