Vaishali News: बाढ़ में फंसे राघोपुर प्रखंड के लोगों की मांग नहीं हुई पूरी, अब सांसद और विधायक पर निकाल रहे गुस्सा
गंगा के जलस्तर में कमी से राघोपुर के बाढ़ पीड़ितों को थोड़ी राहत मिली है लेकिन अभी भी कई गांवों में पानी जमा हुआ है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ पीड़ितों के लिए सामुदायिक किचन चलाए जा रहे हैं। स्थानीय लोग सांसद और विधायक के नहीं आने से नाराज हैं। राघोपुर को अभी तक बाढ़ग्रस्त घोषित नहीं किए जाने से किसान भी नाराज हैं।
संवाद सूत्र, राघोपुर। पिछले चार दिनों से गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही कमी से राघोपुर के बाढ़ पीड़ितों ने थोड़ी राहत की सांस ली है। लेकिन बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। रुस्तमपुर घाट से वीरपुर जाने वाली सड़क पर राघोपुर पश्चिमी चंदेल द्वार के निकट तक रोड से पानी निकल चुका है।
हालांकि पहाड़पुर, पूर्वी से वीरपुर गांव तक सड़क पर पानी जमा हुआ है। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले नौ दिनों से राघोपुर प्रखंड के 20 पंचायत के करीब 72 गांव में जमे बाढ़ के पानी से अब बीमारी का खतरा लोगों को सताने लगा है।
लोग बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की कर रहे मांग
राघोपुर प्रखंड के लोग अपने इलाके को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग कर रहे हैं। ताकि किसानों को और गरीबों को मुआवजा मिल सके। लेकिन अब तक इसपर किसी नेता ने ध्यान नहीं दिया है। न ही सांसद दिख रहे हैं और न ही विधायक मिल रहे हैं।सामुदायिक किचन में दोनों टाइम खाना खा रहे बाढ़ पीड़ित
राघोपुर प्रखंड के 20 पंचायत में बाढ़ पीड़ितों के लिए पिछले कई दिनों से सामुदायिक किचन शुरू किया गया है। वहीं कई पंचायतों में दो जगह पर सामुदायिक किचन का संचालन किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार करण आजाद टेंट हाउस से सामुदायिक किचन का संचालन कराया जा रहा है। जिसमें बाढ़ पीड़ितों को दोनों टाइम भोजन खिलाया जा रहा है।प्रखंड विकास पदाधिकारी आनंद प्रकाश ने सामुदायिक किचन का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि सभी जगह पर सामुदायिक किचन में बाढ़ प्रभावित लोगों को भोजन कराया जा रहा है।
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