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Chirag Paswan: हाजीपुर में बाढ़ की स्थिति भयावह, आगे आए चिराग पासवान; पीड़ितों को दिया आश्वासन

Bihar Politics हाजीपुर के कई इलाकों में बाढ़ से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कुछ इलाकों में स्थति भयावह है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री और हाजीपुर से सांसद चिराग पासवान ने गंभीरता दिखाई है। उन्होंने इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि बाढ़ की स्थिति पर उनकी नजर बनी हुई है।

By Ravikant Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Sun, 22 Sep 2024 12:32 PM (IST)
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हाजीपुर में बाढ़ से स्थिति भयावह। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, हाजीपुर। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपने ट्विटर से ट्विट कर कहा कि इन दिनों भारी बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से हाजीपुर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

उन्होंने कहा कि मैं लगातार दूरभाष के माध्यम से स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और हाजीपुर, महनार, सहदेई बुजुर्ग, देसरी और राघोपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए तत्पर हूं। यह जानकारी हाजीपुर में लोकसभा मीडिया प्रभारी संतोष शर्मा ने दी।

डॉक्टरों की टीम और सामूहिक रसोई की व्यवस्था कराई गई- चिराग 

चिराग पासवान ने कहा की विगत दो दिनों में हाजीपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों लगभग 30-40 नाव, 4 एसडीआरएफ मोटर नावें, सैकड़ों परिवारों को सूखा राहत सामग्री, डॉक्टरों की टीम और सामूहिक रसोई की व्यवस्था कराई गई है।

उन्होंने कहा कि पशुओं की देखभाल के लिए भी जिला प्रशासन निरंतर कार्य कर रहा है। हाजीपुर प्रखंड में गंडक नदी पर क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत का कार्य भी पूरा हो चुका है।

इस स्थिति में, मैं और मेरी पार्टी के कई कार्यकर्ता एवं नेता जमीनी स्तर पर लोगों की सेवा में मुस्तैद हैं। आगे भी बाढ़ से निपटने के लिए जो भी आवश्यक कदम उठाने होंगे, वे उठाए जाएंगे। मैं हाजीपुर की जनता की सेवा के लिए सदैव संकल्पित हूं।

गंगा के जलस्तर में होने लगी कमी, लेकिन बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बरकरार

गा नदी के जलस्तर में थोड़ी-थोड़ी कमी आने लगी है। इसके बावजूद प्रखंड के लाखों लोगों का संकट अब भी बरकरार है। लगभग आठ दिनों से बाढ़ का पानी जमा होने के कारण अब भी लोगों की मुसीबतें बनी हुई है।

गांव में जमा पानी के सरांध से बीमारी फैलने का डर सता रहा है। लोगों के अनुसार प्रशासनिक स्तर पर गांवों में ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव की व्यवस्था नहीं की गई है। प्रखंड के निचले इलाके वाले घरों में अभी भी पानी घुसा हुआ है। इसके कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त है।

बाढ़ पीड़ित परिवार आज भी सरकारी राहत कार्य चलाए जाने की आशा में है। इस बीच प्रशासनिक स्तर पर शुक्रवार से राघोपुर पश्चिमी एवं जुड़ावनपुर करारी पंचायत में सामुदायिक किचन शुरू किया गया है।

वहीं प्रखंड के कई पंचायतों में जगह-जगह सामुदायिक किचन शनिवार से शुरू करने की बात कही गई थी। लेकिन लोगों का शिकायत है कि यहां कई पंचायत में ससमय एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं मिल रहा है। लोगों का आरोप है कि सामुदायिक किचन के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।

किचन सेंटर का नहीं मिल रहा लाभ

पंचायत में संचालित सामुदायिक किचन पर पंचायत के लोग भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। कारण है कि पंचायत में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। किचन सेंटर के आसपास के लोग ही पहुंच रहे हैं। जिससे लोगों का लाभ नहीं मिल रहा है। इस बीच बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि सरकार के स्तर से पर्याप्त नाव उपलब्ध नहीं कराई गई है।

वहीं स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों में पालीथिन सीट वितरण की जानकारी दी है। प्रखंड विकास पदाधिकारी आनंद प्रकाश एवं अंचलाधिकारी संजीव द्विवेदी बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण कर वार्ड प्रभावित लोगों की समस्या सुनने और उसका निराकरण करने में जुटे हैं। 

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