Chirag Paswan: 'अगर चाचा मंच पर आते तो मैं...', चिराग ने पशुपति पारस को दिया फाइनल जवाब; सियासी हलचल तेज
Bihar Politics बिहार में तीसरे चरण के मतदान होने में अब तीन दिन बाकी है। ऐसे में सियासी बयानबाजी जोर पकड़ती जा रही है। इस बीच चिराग पासवान का एक ऐसा बयान सामने आ रहा है जिससे उनके परिवार के लिए अच्छा संकेत माना जा रहा है। चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस के साथ मतभेद को भुलाने के संकेत दिए हैं।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर। Bihar Political News Today: लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने नामांकन के बाद चाचा पशुपति पारस को लेकर बड़ा बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने अपने पिता की उपलब्धि को भी गिनवाया।
चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि मैं हाजीपुर के नेता नहीं, बल्कि आपका बेटा-भाई बनकर रहूंगा। जिस तरह से आप लोगों ने हमारे पिता स्व. रामविलास पासवान को गिनीज बुक में नाम दर्ज करवाया है। उसी तरह आप सभी भाई, बहन, चाचा-चाची, बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने में आया हूं।
हाजीपुर के नाम से हमारे नेता रामविलास पासवान को देश और दुनिया जानती थीं। यह सब आप लोगों के कारण हुआ है। ये बातें हाजीपुर सुरक्षित सीट से प्रत्याशी के रुप में गुरुवार को नामांकन दाखिल करने के बाद शहर के संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित नामांकन सभा के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने कही।
चिराग ने चाचा को लेकर दिया फाइनल जवाब
नामांकन सभा में उपस्थित लोगों को देख भावुक हुए चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने मंच से एक बार फिर से परिवार और पार्टी में हुई टूट की चर्चा करते हुए कहा कि हमारा परिवार और पार्टी में जिस समय टूट हुई थी, उस समय आप सभी ने हमें गले लगाया। इसे मैं कभी नहीं भूल सकता हूं। मेरे चाचा आज अगर इस मंच पर आकर मुझे आशीर्वाद दे देते, तो मैं शायद पुरानी बातों को भूल जाता।
चिराग ने कहा कि एक तरफ नरेंद्र मोदी देश को आगे बढ़ाने में लगे हैं। वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष आरक्षण का डर दिखाकर जनता को गुमराह कर रही है। पिछले चुनाव में भी विपक्ष ने जनता को आरक्षण का डर दिखाकर गुमराह किया था। चिराग ने कहा कि देश के पीएम और गृह मंत्री कई बार कह चुके हैं कि आरक्षण को कोई खत्म नहीं कर सकता।
चिराग के सामने आए हर तूफान को रोकेंगे - नित्यानंद राय
नामांकन सभा को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भी संबोधित किया। अपने संबोधन में इन्होंने कहा कि रामविलास पासवान कहते थे कि मैं उस घर में चिराग जलाने आया हूं, जिस घर में सदियों से अंधेरा है। इन्होंने गरीबों के घर में चिराग जलाए और अपने घर में भी एक चिराग छोड़कर गए हैं, जो बिहार और हाजीपुर के गरीबों के घर में उजाला फैलाने का काम करेंगे। चिराग के सामने जो तूफान आएगा, उस तूफान को बिहार की जनता और हम मिलकर रोकेंगे।
नित्यानंद राय ने कहा कि रामविलास पासवान की विरासत चिराग पासवान संभालें है। इन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्ग के लोग चिराग पासवान को रिकॉर्ड मतों से जिताएं, आप सभी से यही निवेदन करने आया हूं। इन्होंने कहा कि मंच पर बैठीं रीना भाभी कह रही थी कि जिस दिन चिराग को हाजीपुर की जनता रिकार्ड मतों से जिताएगी, उस दिन हम ही नहीं स्व. रामविलास पासवान भी खुश होंगे।
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