Cyber Fraud Toll Free Number ऑनलाइन अपराध की शिकायत के लिए तुरंत टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करें। साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूकता ही सबसे कारगर उपाय है। साइबर थानाध्यक्ष चांदनी सुमन ने लोगों से सावधानी बरतने और साइबर सुरक्षा के उपायों को अपनाने की अपील की है। लोग जितना जल्दी 1930 पर कॉल करेंगे उतना जल्दी पैसा वापस मिलेंगे।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर। Bihar News: साइबर अपराध होने पर जल्द से जल्द टोल फ्री नंबर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। समय पर शिकायत दर्ज होने पर आन लाइन कटने वाला रुपया बचने की उम्मीद होती है। हर दिन नए तरीके से साइबर अपराधी लोगों को आर्थिक, मानसिक और सामाजिक स्तर पर क्षति पहुंचा रहे हैं।
इसलिए जागरूकता ही आनलाइन अपराध से बचने का सबसे आसान तरीका है। साइबर थाना परिसर में साइबर थानाध्यक्ष सह डीएसपी चांदनी सुमन ने साइबर सुरक्षा के संबंध में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान लोगों से कही।
वैशाली पुलिस द्वारा लोगों को साइबर सुरक्षा को जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान साइबर थाना परिसर में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्रों एवं लोगों से डीएसपी ने कहा कि इंटरनेट और तकनीक से लैस नई डिजिटल दुनिया में अनचाहे काल, अनजान मैसेज, अवांछित ईमेल, अपरिचित फ्रैंडशिप रिक्वेस्ट लोगों को डराने लगे हैं।
ऐसे ही अनर्गल मीम्स, अननेचुरल पिक्चर, वीडियो, लाटरी, बिजनेस गेम, डिस्काउंट लिंक, आफर वाले तमाम एप और गैर जरूरी बैंकिंग इनफार्मेशन के जाल में लोग आसानी से फंसाए जा रहे हैं। छोटी-बड़ी खरीदारी से लेकर रकम के ट्रांजेक्शन, बात-बात पर सूचना-संपर्क और जानकारी जुटाने के लिए आनलाइन या लाइव होना रोजमर्रा की आवश्यकताओं में शामिल हो चुका है।
इसी के साथ साइबर अपराध की आशंकाएं भी फन फैलाए हुए है। इनसे बचाव के लिए किए गए उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। आनलाइन क्षेत्र में सुविधाएं और सुरक्षा देने वाली नई तकनीक को अपनाते ही साइबर अपराधी भी उसके अनुरूप जालसाजी के नए तरीके विकसित कर लेते हैं।
वे डाटा प्रोटेक्शन कानून के नहीं होने और तकनीकी जांच में कमी का फायदा उठाते हैं। सरकारें भी इसे लेकर लोगों को केवल जागरूक रहने के लिए विज्ञापन देने तक ही जिम्मेदारी निभा पा रही हैं। जनसंवाद के दौरान इंस्पेक्टर मो जकारिया, एसआई सौरभ लता सहित साइबर थाना के कई पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।
फ्रॉड काल से बचने को जागरूक एवं सावधान रहने की अपील
जन संवाद के दौरान इन्होंने साइबर क्राइम से बचने के लिए साइबर थानाध्यक्ष सह डीएसपी चांदनी सुमन ने लोगों से सावधान एवं जागरूक रहने की अपील भी की है। इन्होंने लोगों द्वारा ली जाने वाली सावधानी के बारे में बताया कि लोगों को हमेशा टू स्टेप वेरिफिकेशन आन रखना चाहिए।अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट को गहन जांच के बाद ही स्वीकार करें। अपना लाग-इन यूजर पासवर्ड कभी भी किसी अनजान को साझा ना करें। सोशल मीडिया पर प्राप्त किसी अज्ञात लिंक को ओपन ना करें। जहां तक संभव हो लोकेशन फीचर इनेबल ना करे। किसी अन्य के मोबाइल या डेस्कटाप पर अपनी सोशल मीडिया आईडी ओपन करने से बचे, किसी अनजान व्यक्ति से अपना व्हाट्सएप नंबर शेयर ना करें।
किसी अनजान व्यक्ति से व्हाट्सएप नंबर से कामुक चैट ना करें। सोशल मीडिया पर बनाए गये अनजान दोस्त द्वारा भेजे गये उपहार स्वरूप से पूर्व फोन कॉल के द्वारा उनसे सत्यापित करने के उपरांत ही भेजें। फेक न्यूज, हेट स्पीच, वीडियो को पोस्ट, लाइक एवं शेयर करने से बचें।किसी अनजान व्यक्ति के स्तर पर भेजे गये लिंक पर क्लिक ना करें। डेटिंग एप का प्रयोग नहीं करें। अपने नजदीकी साइबर क्राइम सेल एवं भारत सरकार के साइबर हेल्पलाइन एनसीसीआरपी पोर्टल या 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
लोगों को ठगने के लिए हर दिन साइबर अपराधी अपना रहे नए-नए हथकंडेB
डीएसपी चांदनी सुमन ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि यदि आप कोई दुकान चलाते हैं या कोई भी बिजनेस करते है। इस दौरान कोई व्यक्ति आपसे आ कर कैश मांगे और कहे कि मुझे कोई इमरजेंसी है, कैश दे दीजिए, हम आपको आनलाइन अकाउंट में पैसा मंगवा देते है, उसी समय समझ जाइए, वो व्यक्ति आपके साथ फ्राड कर रहा है, वो खुद से पैसा अपने फोन से न भेज कर कहीं और से फ्राड कर के, आपके अकाउंट में फ्राड का पैसा मंगवा लेगा और बाद में एफआईआर होने पर आपके अकाउंट में वो पैसा होल्ड हो जायेगा।
किसी भी अंजान व्यक्ति को बड़ी रकम कैश में नहीं दें, अन्यथा आप फ्राड के शिकार हो सकते है। इसलिए, जागरूक रहें, सतर्क रहें। डीएसपी ने कहा कि साइबर ठग हर दिन लोगों को ठगने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहा है। इसलिए सावधानी एवं जागरूकता आवश्यक है।इन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि यदि कोई पुलिस वाला बन कर आपको यह बोलता है कि आपका बच्चा किसी केस में फंस गया है, जैसे कि रेप केस या फिर ड्रग केस में, जल्दी से इस अकाउंट में पैसा भेजिए और आपको डराने के लिए उधर से बच्चे की कोई आवाज की क्लिप सुनाएगा, ऐसा लगेगा की आपका ही बच्चा है, आप परेशान हो कर पैसा भेज देंगे, और बाद में आपको पता चलेगा कि आपका बच्चा सुरक्षित है।
इस स्थिति में लोगों को ये सावधानी बरतनी चाहिए कि जब भी ऐसा काल आए तो, जानिए कि ज्यादातर वो इंटरनेशनल नंबर प्रयोग करते हैं।ऐसे में आपको ये काल उठाना नहीं है और उठा भी लिए तो जैसे ही ऐसा कुछ सुने तो फोन तुरंत काट दें और पहले अपने बच्चे से बात करे और बच्चा फोन नहीं भी उठाता है, तो घबराए नहीं, नजदीकी थाना में जाकर इसकी सूचना दें और बच्चे के काल का इंतजार करें, किसी भी हाल में उसको पैसा ट्रांसफर ना करें।
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