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सदर अस्पताल में हड़ताल पर गए डॉक्टर, ओपीडी सेवा बाधित होने से वापस लौटे मरीज; ये है चिकित्सकों की मांग

Bihar Health News सदर अस्पताल हाजीपुर में वेतन नहीं मिलने एवं बायोमेट्रिक सिस्टम के विरोध समेत अन्य मांगों को लेकर सभी डॉक्टर सोमवार को हड़ताल पर चले गए। डाक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण ओपीडी सेवा बाधित हो गई। इसके कारण जिले के विभिन्न प्रखंडों से सदर अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को निराश होकर वापस घर लौटना पड़ा।

By Ravikant Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Mon, 04 Mar 2024 05:20 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

जागरण संवाददाता, हाजीपुर। सदर अस्पताल हाजीपुर में वेतन नहीं मिलने एवं बायोमेट्रिक सिस्टम के विरोध समेत अन्य मांगों को लेकर सभी डॉक्टर सोमवार को हड़ताल पर चले गए। डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण ओपीडी सेवा बाधित हो गई।

इसके कारण जिले के विभिन्न प्रखंडों से सदर अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को निराश होकर वापस घर लौटना पड़ा। सदर अस्पताल में ओपीडी के बाहर मेन गेट पर डाक्टर कुर्सी लगाकर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। डॉक्टरों ने कहा कि पिछले दो महीना से सरकार के स्तर पर उन लोगों को वेतन नहीं दिया गया।

वहीं, बायोमैट्रिक अटेंडेंस बनाने में काफी परेशानी होती है। कभी-कभी मरीज देखने के बाद आपरेशन व अन्य काम की जल्दीबाजी में बायोमेट्रिक अटेंडेंस नहीं बना पाते हैं। इसके कारण बायोमेट्रिक के आधार पर वेतन काट लिया जाता है। सरकार के स्तर पर अटेंडेंस के आधार पर ही वेतन दिया जाता है।

इससे काफी परेशानी होती है। अस्पताल प्रबंधन के स्तर पर डाक्टरों की बेवजह कई जगहों पर ड्यूटी लगाई जाती है। ड्यूटी की कोई समयसीमा निर्धारित नहीं होती है। हड़ताल पर गए डाक्टरों ने कहा कि जब तक हम लोगों की समस्या उच्च अधिकारी नहीं सुनेंगे तब तक हम लोग कार्य बहिष्कार करेंगे।

बिना इलाज कराए ही बड़ी संख्या में घर लौटे मरीज

सदर अस्पताल में डाक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के बाद मरीज बिना इलाज कारण वापस लौट गए। सोमवार को विभिन्न मांगों को लेकर सदर अस्पताल में कार्यरत डाक्टर हड़ताल पर चले गए।

डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के कारण जिले के विभिन्न प्रखंड से इलाज करने के लिए सदर अस्पताल आए मरीजों को वापस घर लौटना पड़ा। इस दौरान मरीजों को काफी परेशानी हुई।

मरीज दूर-दराज से इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे थे। हालांकि दोपहर तक मरीज इंतजार करते रहे लेकिन अंत में मरीज अपने घर वापस लौट गए।

सदर अस्पताल के इमरजेंसी में मरीजों की लगी रही भीड़

सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा बाधित होने के कारण सोमवार को दिन भर इमरजेंसी में मरीजों की भीड़ लगी रही। सदर अस्पताल में डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद ओपीडी सेवा बाधित होने के बाद इमरजेंसी में मरीजों की डॉक्टर से दिखाने के लिए लंबी लाइन लगी रही। डॉक्टर के हड़ताल के पश्चात सदर अस्पताल में इमरजेंसी सेवा बहाल है।

दो महीने से डॉक्टरों को नहीं मिला है वेतन

डॉ. दीपक ने कहा कि बीते दो महीने से हम लोगों काे वेतन नहीं मिला है। सरकार हम लोगों को बायोमेट्रिक के आधार पर वेतन देना चाहती है। उन्होंने कहा कि बायोमेट्रिक सिस्टम से डाक्टरों को काफी दिक्कत होती है। कभी पंजीकृत रसीद काटता है तो कभी नहीं कटता है। वहां पर अटेंडेंस रजिस्टर भी रखा रहता है।

उसी के आधार पर सिविल सर्जन डॉक्टर को सीएल देते हैं। वह एक जीवंत पुस्तिका है। उसको दरकिनार करके एक बायोमेट्रिक सिस्टम लगा दिया गया है। जिसमें बहुत सारी त्रुटियां हैं। सरकार उसी के आधार पर वेतन देना चाहती है। डॉक्टर रेगुलर ड्यूटी पर आते हैं।

कभी भूलवश या कार्य में व्यस्त होने के कारण बायोमेट्रिक से हाजिरी नहीं लगा पाते हैं। बायोमेट्रिक के आधार पर सरकार वेतन काट ले रही है। डॉ. दीपक ने कहा कि जब तक हम लोगों से उच्च अधिकारी बात नहीं करेंगे तब तक हम लोग कार्य बहिष्कार करेंगे।

हड़ताल में शामिल हुए सदर अस्पताल के डॉक्टर

हड़ताल में हाजीपुर सदर अस्पताल के बड़ी संख्या में डॉक्टर शामिल हुए। शामिल डाक्टरों में डॉ. ब्रजेश कुमार, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. दिवाली प्रसाद, डॉ. मीरा सिंह, डॉ. मधु अर्चना, डॉ. सुमित कुमार, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. राजा सामी, डॉ. प्रियंका, डॉ. रतन प्रकाश, डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव, डॉ. शशांक समेत कई डॉक्टर शामिल हुए।

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