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पीपीपी मोड से गुड्स शेड लागू करने वाला पहला जोन बना पूर्व मध्य रेल

जागरण संवाददाता हाजीपुर पूर्व मध्य रेल पिछले सात वर्षों से 100 मिलियन टन से अधिक माल लदान क

By JagranEdited By: Updated: Sun, 17 Apr 2022 11:07 PM (IST)
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पीपीपी मोड से गुड्स शेड लागू करने वाला पहला जोन बना पूर्व मध्य रेल

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :

पूर्व मध्य रेल पिछले सात वर्षों से 100 मिलियन टन से अधिक माल लदान करने वाले 5 रेलवे के प्रतिष्ठित क्लब का सदस्य है। वित्तीय वर्ष 2021-22 की समाप्ति 31 मार्च तक पूर्व मध्य रेल ने 167.03 मिलियन टन का माल लदान किया। जिससे 19327.37 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ, जो भारतीय रेलवे के सभी क्षेत्रीय रेलवे में चौथा सबसे ज्यादा माल लदान तथा तीसरा सबसे ज्यादा माल ढुलाई से प्राप्त राजस्व है।

महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने बताया कि इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए पूर्व मध्य रेल कई छोटे-बड़े कदम उठाए हैं। माल लदान को बढ़ाने के लिए धनबाद मंडल के भुरकुंडा एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के इसमाइलपुर रेलवे स्टेशन के गुड्स शेड को पीपीपी मोड के माध्यम से उसके बुनियादी ढांचे के विकास को लागू किया है। इससे पूर्व मध्य रेल पीपीपी के माध्यम से गुड्स शेड विकास करने वाला भारतीय रेलवे का पहला रेल जोन बनने का गौरव हासिल किया है। इसके साथ ही 12 स्टेशनों पर राजस्व बंटवारे के माडल पर पीपीपी मोड के माध्यम से गुड्स शेड के लिए बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है, जिनमें धनबाद मंडल में 4 भुरकुंडा, डालटनगंज, कुजू एवं सिदरी मार्शेलिग यार्ड, पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में 3 इसमाइलपुर, सोननगर एवं मानपुर, समस्तीपुर मंडल में 3 भागवानपुर देसुआ, खजौली एवं रिगा तथा सोनपुर मंडल में 2 खगड़िया और नयागांव स्टेशन के गुड्स शेड शामिल हैं। पूर्व मध्य रेल गुड्स शेड के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

इसके साथ ही माल ढुलाई की अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए उद्योगों और ग्राहकों के साथ निरंतर संवाद के साथ नए फ्रेट टर्मिनलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। माल ढुलाई की आवक और जावक दोनों मांगों को पूरा करने के लिए बारह नए गुड्स शेड खोले गए हैं। अतिरिक्त कमोडिटी हैंडलिग के लिए सात गुड्स शेड भी खोले गए हैं। परिचालन के लिए पांच नई साइडिग चालू की गई हैं। कंटेनर यातायात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सीआरटी टर्मिनलों का विकास किया जा रहा है। इन सभी उपायों से बढ़ते हुए मांगों और नई मांगों को पूरा करने में काफी मदद मिली है।

बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट ग्राहकों से कर रहा सीधे संपर्क

रेल माल ढुलाई की हिस्सेदारी बढ़ाने में ग्राहकों से सीधे संवाद एवं संपर्क के लिए मुख्यालय के साथ मंडलों में बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का गठन किया गया है। एग्रेसिव मार्केटिग एप्रोच से पूर्व मध्य रेल ने सड़क मार्ग से होने वाले माल परिवहन में फ्लाई ऐश के 139 रैक का परिवहन करते हुए 23.66 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया। इसी तरह रेड-मड के 284 रैक ढुलाई से 121.07 करोड़ की राजस्व प्राप्ति की गई। बिहार राज्य खाद्य निगम से खाद्यान्न खरीद और राज्य के भीतर उसके शत प्रतिशत परिवहन रेलवे कर रही है। इसी तरह सड़क मार्ग से ढ़ोए जाने वाले पोल्ट्री फीड भी रेलवे से परिवहन करते हुए अब तक पोल्ट्री फीड के 19 मिनी रैक परिवहन से 1.94 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।

किसान रेल योजना से चलाई जा रही रेल मिल्क टैंक सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि बीडीयू के प्रोएक्टिव एप्रोच से वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान पूर्व मध्य रेल में नई वस्तुओं जैसे स्टोन चिप्स, प्लाई ऐश, रेल मड, सैंड, पोल्ट्री फीड, मक्का, गेहूं, चावल, क्लिकर आदि के 3951 रैक का परिवहन किया गया, जिससे 887 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ। इसके साथ ही दुग्ध का परिवहन जो पहले केवल सड़क मार्ग से होता था उसे अब रेल मार्ग से भी किया जा रहा है। किसान रेल योजना के तहत पूर्व मध्य रेल बरौनी डेयरी से दुध का परिवहन टाटा, हटिया एवं कामाख्या के लिए प्रारंभ की है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 193 रेल मिल्क टैंक बुक किया गया, जिससे 95.03 लाख रुपये का मालभाड़ा राजस्व प्राप्त हुआ है।