Move to Jagran APP

Bihar: हाजीपुर में कैदी की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने अस्पताल में जमकर काटा बवाल; 2 जवान गंभीर रूप से घायल

मुथूट फाइनेंस सोना लूटकांड के आरोपी राजहनी की हत्या मामले में मंडल कारा में बंद कैदी की शुक्रवार देर रात सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। कैदी की मौत की सूचना मिलने पर सदर अस्पताल पहुंचे स्वजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। स्वजनों के इस हंगामे में दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं।

By Ravikant KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sat, 30 Sep 2023 05:34 PM (IST)
Hero Image
कैदी की मौत से गुस्साए परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर मचाया उत्पात। (सांकेतिक फोटो)
जागरण संवाददाता हाजीपुर: मुथूट फाइनेंस सोना लूटकांड के आरोपी राजहनी की हत्या मामले में मंडल कारा में कैद बंदी की शुक्रवार को सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बंदी की मौत की सूचना पर सदर अस्पताल पहुंचे स्वजनों ने जमकर उत्पात मचाया। जिसमें दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

घटना की सूचना पर नगर थाना समेत कई थाना के पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल भारी संख्या में सदर अस्पताल पहुंचकर मामले को शांत कराया। मृतक गंगा ब्रिज थाना क्षेत्र के करणपुरा रहने वाले बालेश्वर राय के 29 साल के बेटे अशोक कुमार था।

क्या है पूरा मामला?

अशोक कुमार देश के सबसे बड़े मुथूट फाइनेंस सोना लूट कांड के आरोपी राजहनी की हत्या के आरोप में जेल में बंद थे। बीते 19 सितंबर को पुलिस ने अशोक समेत तीन को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा था।

जानकारी के मुताबिक, अशोक कुमार की मंडल कारा में अचानक तबीयत खराब हो गई। उसे जेल प्रशासन के द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर लाया गया। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

कैदी की मौत पर स्वजनों का हंगामा

मौत की सूचना पर अस्पताल पहुंचे बंदी के परिजनों और स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन को मौत के लिए जिम्मेदार बताकर जमकर बवाल किया।

सदर अस्पताल में हंगामा की सूचना पर नगर थाना समेत कई थाना की पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया।

जानकारी के मुताबिक, इस दौरान दो पुलिसकर्मी समेत अन्य मरीज और स्वजन गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें सदर अस्पताल में इलाज कराया गया।

यह भी पढ़ें: BJP MLA की लिपस्टिक-बॉब कट विवाद पर लालू के करीबी नेता को खरी-खरी, RJD सुप्रीमो की बेटी की कर चुकी हैं तारीफ

'लिपस्टिक-बॉब कट' बयान पर मचा बवाल, लालू के करीबी RJD नेता महिला आरक्षण पर बोले- वो हक मार लेंगी...

मृतक के बेटे ने क्या कहा?

मृतक के पिता बालेश्वर राय ने बताया कि उनका बेटा अशोक पिछले कई दिनों से बीमार चल रहा था। हालांकि, जिला प्रशासन परिजनों को उससे मिलने नहीं दे रहा था।

उन्होंने बताया कि अशोक कोलकाता में फाइनेंस कंपनी द्वारा चीज किया गया गाड़ी का खरीद बिक्री करने का काम करता था।

वह कोलकाता से पैसा जमा करके लौट रहा था। इसी दौरान बीते 29 सितंबर को झाझा स्टेशन से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

उन्होंने कहा कि वह निर्दोष था। पुलिस ने गलत तरीके से केस में डालकर उसे जेल भेज दिया। पुलिस रिमांड में उसकी पिटाई की गई जिसके कारण उसकी मौत हुई है।

बालेश्वर राय ने बताया कि किसी ने फाइनेंस पर एक गाड़ी खरीदी थी, लेकिन उसके नाम ट्रांसफर नहीं किया गया था और इस गाड़ी से क्राइम कर दिया गया। इसी को लेकर मेरे पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

गौरतलब हो कि बीते 10 सितम्बर को नगर थाना के आर एन कालेज पोखरी के निकट दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने राज हनी की सात गोली मारकर हत्या कर दिया था।

पुलिस के मुताबिक, राजहनी मुथुट फाइनेंस सोना लुट कांड में शामिल था। सोना लुट के बटबारा को लेकर उसकी हत्या की गई थी।

केस में ये आरोपी भी गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने बीते 19 सितम्बर को अशोक कुमार,विजय कुमार, इंद्रजीत कुमार को गिरफ्तार किया था। जबकि 24 सितंबर को पुलिस ने चंचल कुमार, शाह कृष्ण मोहन कुमार, साकेत कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। राजहनी हत्या मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपी को गिरफ्तार कर न्याय हिरासत में जेल भेज दिया है।

2020 में भी हो चुकी है एक बंदी की हत्या

3 जनवरी 2020 को मंडल कारा हाजीपुर में बंद एक बंदी की गोली मारकर हत्या हो चुकी है। बताया जाता है कि सोना लूट कांड में शामिल आरोपी मनीष कुमार की जेल में गोली मारकर हत्या की गई थी। मनीष कुमार सिंह बिदुपुर का रहने वाला बताया गया था। मनीष सोना लुट कांड में शामिल था।

सदर अस्पताल में फिलहाल नगर थाना अध्यक्ष अस्मित कुमार समेत कई थानों के पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल कैंप कर रहे हैं। फिलहाल, सदर अस्पताल में शान्ति है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।