वैशाली जिले में सरकारी जमीन की मापी चल रही थी। इस बीच किसान अचानक भड़क गए। इसके बाद जमकर बवाल काटा। पदाधिकारी स्थिति को गंभीर होते देख उल्टी दिशा से गाड़ी घुमा कर निकल गए। शनिवार को अचानक किसानों की जमीन पर चहारदीवारी बनाने का प्रयास किया गया। इस वजह से वह काफी भड़क गए। बाद में किसी तरह से उन्हें शांत कराया गया।
संवाद सूत्र, वैशाली।
लालगंज-वैशाली मुख्य मार्ग से अभिषेक पुष्करणी जाने वाली सड़क स्थित वियतनाम मंदिर परिसर मेें स्थित विपासना सेंटर के बगल मेें किसानों की जमीन के सामने मुख्य सड़क किनारे चहारदीवारी निर्माण कराने आए सदर एसडीएम, एसडीपीओ और पुलिस टीम को लौटा दिया।
इस दौरान किसानों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी करते हुए कई आरोप भी लगाए। एसडीओ-एसडीपीओ हाजीपुर लौटने के लिए मुख्य मार्ग की तरफ बढे तो बड़ी संख्या में महिलाएं सड़क पर आ गई और नारेबाजी करते हुए घेर लिया। पदाधिकारी स्थिति को गंभीर होते देख उल्टी दिशा से गाड़ी घुमा कर निकल गए।
काम करने आए मजदूर वापस लौट गए
इस दौरान यहां काम करने आए मजदूर वापस लौट गए।
इस दौरान किसान शिवनाथ राय, गोपाल राय, बैद्यनाथ राय आदि ने कहा कि पिछले वर्ष डीसीएलआर ने अंचलाधिकारी एवं पुलिस की उपस्थिति में जमीन की नापी कराई थी। इसके बाद विपासना सेंटर का जमीन निकालकर चहारदीवारी करवा दिया गया।
कुछ दिनों पहले ही विपासना सेंटर को दस फीट रास्ता देने की बात किसानों से कही गई थी। वही, शनिवार को अचानक किसानों की जमीन पर चहारदीवारी बनाने का प्रयास किया गया।
किसानों को जमीन के नजदीक से यह कहकर भगा दिया गया कि यह सरकार की जमीन है। इस पर यात्री शेड बनेगा।
किसानों के साथ एसडीएम की खूब कहा-सुनी भी हुई
इसकी सूचना मिलते ही काफी संख्या में किसान घटनास्थल पहुंच निर्माण कार्य का विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान किसानों के साथ एसडीएम की खूब कहा-सुनी भी हुई।
किसानों को उग्र होते देख पदाधिकारी और पुलिस घटनास्थल से दूसरे मार्ग से वापस लौट गए। वहीं एसडीएम से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि 85 फीट चौड़ा सरकारी जमीन है। उसी की मापी कराई जा रही थी। ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा करने वाले को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।