Nitish Kumar Dream Project: सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्राेजेक्ट क्या है? अब तक 4 बार पहुंचकर ले चुके हैं जायजा
Bihar Politics बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए लगातार निर्माण स्थल का जायजा ले रहे हैं। इसके काम शुरू होने के बाद से अब तक मुख्यमंत्री यहां चार बार पहुंचकर निर्देश दे चुके हैं। मंगलवार को एक बार फिर यहां पहुंचकर उन्होंने काम का जायजा लिया। इस प्रोजेक्ट पर 550 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर। Nitish Kumar News: वैशाली प्रखंड के वैशाली गढ़ के पास निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन सह बुद्ध स्मृति स्तूप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके कार्यारंभ के बाद से अब तक मुख्यमंत्री यहां चार बार पहुंचकर निर्माण कार्य का जायजा ले चुके हैं।
मंगलवार को चौथी बार मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। वैशाली में इस संग्रहालय के बनने के बाद विकास का मार्ग काफी तेजी से प्रशस्त होगा। बौद्ध गुरु दलाई लामा को मुख्यमंत्री खुद बोधगया के दाैरे के दौरान संग्रहालय के उद्घाटन समारोह में आने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं।
करीब 550 करोड़ की लागत से बन रहे संग्रहालय के तैयार हो जाने के बाद वैशाली विश्व पटल पर अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा। गौतम बुद्ध की कर्म भूमि रही वैशाली में पुरातत्व विभाग के स्तर पर की गई खुदाई के दौरान मिले बुद्ध के अस्थि कलश को इस संग्रहालय में आम लोगों के दर्शनार्थ रखा जाएगा। अभी सुरक्षा के दृष्टिकोण से अस्थि कलश को पटना म्यूजियम में रखा गया है।
संग्रहालय के अंदर और यहां तक पहुंचने के लिए आवागमन बनाए बेहतर
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यहां हमेशा आते रहते हैं और यहां के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते रहते हैं। योजना के अनुरूप कार्य जल्द-से-जल्द पूर्ण करें। परिसर में पौधारोपण भी कराएं। यहां अच्छे ढंग से वाटर बाडी का भी निर्माण कराएं। साथ ही परिसर के अंदर भी रास्ते का निर्माण ठीक से कराएं। इन्होंने कहा कि आवागमन को भी बेहतर किया जा रहा है ताकि आसानी से और कम समय में पर्यटक यहां पर पहुंच सकें। अधिक से अधिक संख्या में पर्यटकों के आने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
बड़ी संख्या में वैशाली पहुंचेंगे देश-विदेश के पर्यटक
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैशाली ऐतिहासिक और पौराणिक जगह है। भगवान बुद्ध के जितने भी अस्थि कलश मिले हैं, उसमें वैशाली में मिला अस्थि कलश सबसे प्रामाणिक है। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-बुद्ध स्मृति स्तूप के बन जाने के बाद यहां बौद्ध भिक्षु के साथ-साथ बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक भी आएंगे। बोधगया और राजगीर आनेवाले श्रद्धालु भी यहां आएंगे। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय में महात्मा बुद्ध के जीवन से संबंधित घटनाओं और बौद्ध धर्म से जुड़े प्रसंगों को यहां दर्शाया जाएगा।निर्माण कार्य पूर्ण होने पर संग्रहालय का बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा कर सकते हैं उद्घाटन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभिषेक पुष्करणी झील के पास 72 एकड़ में बन रहे बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का निरीक्षण किया और निर्माण एजेंसी को तेजी से निर्माण कर पूरा करने का निर्देश दिया। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद बुद्ध दर्शन सम्यक संग्रहालय का उद्घाटन बौद्ध आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के शामिल होने की संभावना है।
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