प्रखंड पर्यटन दर्शनीय बिहार : अमवा मन में समुद्र की तरह वाटर स्पोर्ट्स का रोमांच, झील के किनारे हरियाली भी
Bihar Tourism बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में बेतिया से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर एक झील है। इसे यहां अमवा मन कहकर बुलाया जाता है। यह झील वाटर स्पोर्ट्स और बोटिंग के लिए पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी रहती है। एक अनुमान के मुताबिक हर साल यहां करीब 50 हजार सैलानी आते हैं। इस मन (झील) का विस्तार तकरीबन 175 एकड़ तक है।
सुनील आनंद, बेतिया (पश्चिम चंपारण)। एडवेंचर का शौक रखते हैं। पानी पर कलाबाजी की तमन्ना है। पैरासेलिंग, बोट जेट स्की, जेट स्कूटर से समुद्र की तरह वाटर स्पोर्ट्स का रोमांच महसूस करना चाहते हैं तो पश्चिम चंपारण स्थित अमवा मन पहुंच जाइए। यकीन मानिए आपका वीकेंड यादगार हो जाएगा।
झील के चारों तरफ पेड़-पौधों की हरियाली है। दूर-दूर तक खेल-खलिहान मन को सुकून देते हैं। यहां आकर पर्यटक रोजमर्रा की परेशानियों और आपाधापी भरी जिंदगी को भूल शांति महसूस करते हैं।
जिला मुख्यालय बेतिया से इसकी दूरी 20 किलोमीटर तो मोतिहारी से 30 किमी दूर नेशनल हाइवे 727 के किनारे 175 एकड़ में फैला अमवा मन तीन किलोमीटर लंबा और 800 मीटर चौड़ा है।
पर्यटक यहां पैरासेलिंग से लेकर मोटर बोट तक का आनंद उठाते हैं। वीकेंड पर लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ यहां पिकनिक मनाने आते हैं।
अमवा मन वाटर स्पोर्ट्स घूमने के लिए कोई शुल्क नहीं है, लेकिन वाटर एक्टिविटीज में भाग लेने के लिए बिहार राज्य पर्यटन विभाग द्वारा निर्धारित शुल्क देना होगा।
पैरासेलिंग के लिए 800 रुपये, बोटिंग के लिए 100 और जेट स्की के लिए 400 रुपये शुल्क निर्धारित है। सुबह नौ से शाम पांच बजे तक वाटर स्पोर्ट्स का आनंद ले सकते हैं। मंगलवार को यह बंद रहता है।
पश्चिम चंपारण जिले में मझौलिया प्रखंड में अमवा मन है। भौगोलिक रूप से इसे गोखुर झील कहा जाता है। इसे राज्य में पहले एडवेंचर स्पोर्ट्स के तौर पर तैयार किया गया है।
यह सूबे में एकमात्र पैरासेलिंग एवं बोटिंग के लिए मशहूर है। यहां मोटरबोट, जेट अटैक, बोट जेट स्की, जेट स्कूटर, सोफा राइड, पैरासेलिंग, पैडल बोट, फ्लोटिंग जेट्टी (तैरता घाट) आदि की सुविधा उपलब्ध है।
आप यहां अंडमान निकोबार व गोवा के समुद्र की तरह वाटर स्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं, वह भी कम से कम खर्च में।
23 जून, 2022 को बिहार सरकार के तत्कालीन पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद और स्थानीय सांसद डा. संजय जायसवाल ने पर्यटकों के लिए यहां वाटर स्पोर्ट्स की शुरुआत की थी। दोनों ने नौका विहार भी किया था।
पश्चिम चंपारण के अमवा मन में वाटर स्पोर्ट्स का आनंद लेते पर्यटक।
उत्तर प्रदेश और नेपाल से भी पहुंचते पर्यटक
जिले में प्रतिवर्ष 3.5 लाख पर्यटक आते हैं। इसमें करीब 50 हजार पर्यटक अमवा मन वाटर स्पोर्ट्स जोन में पहुंचते हैं। बाकी पर्यटक वीटीआर में भ्रमण करने आते हैं।
यहां बिहार के अन्य जिलों के अलावा उत्तर प्रदेश व नेपाल से भी पर्यटक आते हैं। पर्यटकों को और बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके, इसके लिए अभी विकास के कार्य चल रहे हैं। करीब 15 प्रतिशत कार्य होना शेष है।
ले सकेंगे शाकाहार व मांसाहार भोजन का स्वाद
यहां इंगेजमेंट प्वाइंट, क्राउड मैनेजमेंट, वाक-वे, प्रीफैब गजीबो, चेंजिंग रूम, मेन गेट, सेल्फी प्वाइंट, थीमेटिक वाल, किड्स स्पोर्ट्स, वीआइपी लाउंज, पार्किंग और माड्यूलर शौचालय आदि की व्यवस्था है।
पश्चिम चंपारण के पारंपरिक व्यंजन का स्वाद लेना चाहते हैं तो यहां रेस्टोरेंट की भी सुविधा है, जहां मांसाहार एवं शाकाहार व्यंजन का स्वाद ले सकेंगे।
वाटर स्पोर्ट्स जोन का मुख्य द्वार।
अमवा मन वाटर स्पोट्र्स के लिए बेहतर जगह है। कम शुल्क में पर्यटक यहां वाटर एडवेंचर का आनंद लेते हैं। प्रशासन की ओर से पर्यटकों को कोई असुविधा नहीं हो इस बात का खासतौर से ध्यान रखा जाता है। -दिनेश कुमार राय, डीएम, पश्चिम चंपारण।
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