West Champaran News: घास काटने गई महिला पर भालू ने किया अटैक, हालत गंभीर; हमले के बाद दहला गांव
पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गनौली वन क्षेत्र में मादा भालू ने मौका देखकर एक महिला पर अटैक कर दिया है। शावकों के साथ गन्ने के खेत में डेरा जमाए मादा भालू ने एक और ग्रामीण पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। घायल महिला की पहचान इंदु देवी के रूप में हुई है। उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ में भर्ती कराया गया है।
संवाद सूत्र, हरनाटांड़। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गनौली वन क्षेत्र अंतर्गत वनवर्ती इलाके में मादा भालू का आतंक लगातार बढ़ रहा है। वन क्षेत्र के समीप लगे गन्ने के खेत में शावकों के साथ डेरा जमाए मादा भालू आए दिन ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें बुरी तरह जख्मी कर रही है।
हालांकि, इस दौरान ग्रामीणों की जान तो बच जा रही है लेकिन उनमें दहशत का माहौल बरकरार है। सोमवार को भी गनौली वन क्षेत्र के नरायणापुर के सरेह घास काटने गई एक महिला पर भालू ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया है।
जिसकी पहचान वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के नरायनापुर निवासी फेकू चौधरी की पत्नी इंदु देवी (65) के रूप में की गई है। जिसे इलाज के लिए स्वजन के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ में भर्ती कराया गया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए घायल महिला के पति फेकू चौधरी ने बताया कि मेरी पत्नी सोमवार की सुबह पांच छह महिलाओं के साथ पशुओं के चारा के लिए सरेह में घास काटने गई थी। इसी क्रम में अपने दो शावकों के साथ पास के गन्ने के खेत से निकलकर भालू ने अचानक पीछे से उसपर हमला बोल दिया।
अचानक हुए भालू के हमले से वह जोर- जोर से चिल्लाने लगी। तभी आसपास के खेतों में घास काट रही महिलाओं ने भी शोर मचाना शुरू कर दिया और लाठी डंडे लहराने लगीं। तब जाकर भालू उसे छोड़ कर अपने शावकों के साथ गन्ने की खेत की तरफ भाग निकला। तब जाकर मेरी पत्नी की जान बची।
हालांकि, इस दौरान भालू के हमले में महिला के बाएं पैर के घुटने के नीचे और जांघ पर गंभीर जख्म लगे हैं। इधर घायल का इलाज कर रहे पीएचसी हरनाटांड़ के चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र काजी ने बताया महिला को बेहतर इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल बगहा रेफर कर दिया गया।
तीन सप्ताह में दूसरी बार भालू ने किया हमला
इधर, घायल महिला के साथ घास काटने पहुंची अन्य महिलाओं ने बताया कि मादा भालू अपने दो दो शावकों के साथ सरेह में ही रह रही है। जिसकी वजह से अब हम सभी डर के कारण सरेह में खेतों के तरफ और घास काटने तक जाने से कतरा रहे हैं।
महिलाओं का कहना है कि भालू अक्सर गांव के रिहायशी इलाके में भी पहुंच जाते हैं और कई ग्रामीणों को भी अपना शिकार बना चुके हैं।
यहां बता दें कि बीते तीन सप्ताह के अंदर यह दूसरी घटना है जब भालू का शिकार कोई ग्रामीण हुआ है। इससे पहले चार सितंबर की रात शौच के लिए घर से बाहर निकले गनौली निवासी वीर बहादुर राव (60) पर भी भालू ने हमला किया था, जिसमें वो बाल बाल बचे थे।