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बेतिया के 15 हजार विद्यार्थी मैट्रिक और इंटर परीक्षा से हो सकते हैं वंचित, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक ने दिया ये निर्देश

जिले में शिक्षा विभाग ने वर्ग एक से 12वीं तक करीब 1 लाख 12 हजार 270 छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया है लेकिन इसमें जिले के एक भी महाविद्यालय शामिल नहीं है। माध्यमिक शिक्षा के निदेशक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजे पत्र में कहा है कि लगातार अनुपस्थिति के कारण नामांकन रद्द कर दिए गए विद्यार्थियों को आगामी वार्षिक माध्यमिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल किए जाने पर परीक्षा परिणाम पर विपरीत प्रभाव पढ़ने की संभावना है।

By Sandesh TiwariEdited By: Rajat MouryaUpdated: Fri, 27 Oct 2023 06:05 PM (IST)
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बेतिया के 15 हजार विद्यार्थी मैट्रिक और इंटर परीक्षा से हो सकते हैं वंचित (प्रतीकात्मक तस्वीर)
संवाद सहयोगी, बेतिया। बिहार बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटर 2024 की परीक्षा में लगभग 15 हजार विद्यार्थी परीक्षा से वंचित हो सकते हैं। शिक्षा विभाग ने विद्यालय में लगातार अनुपस्थित रहने और 75 प्रतिशत उपस्थिति पूरा नहीं होने के कारण इन छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया है। जिन छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया गया वे वर्ष 2024 की मैट्रिक और इंटर परीक्षा के लिए होने वाली सेंटप जांच परीक्षा भी नहीं दे पाएंगे।

इसे लेकर माध्यमिक शिक्षा के निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया है। वहीं, बिहार बोर्ड के सचिव प्रमोद कुमार ने भी इस संदर्भ में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचना दी है।

प्रमोद कुमार के अनुसार, जो विद्यार्थी कक्षा दसवीं और 12वीं में लगातार विद्यालय से अनुपस्थित रहें है, उन्हें सेंटअप परीक्षा में शामिल नहीं किया जाएगा। इसको लेकर सभी जिलों से छात्रों की स्कूल और जिलावार सूची भी बोर्ड ने मांगी है। इसके लिए स्कूलों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। इस दौरान सभी डीईओ को हार्ड और सॉफ्ट कॉपी में छात्र और छात्राओं की सूची बोर्ड को भेजनी है।

एक से 12वीं तक के एक लाख 12 हजार छात्रों के नामांकन किए गए हैं रद्द

जिले में शिक्षा विभाग ने वर्ग एक से 12वीं तक करीब 1 लाख 12 हजार 270 छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया है, लेकिन इसमें जिले के एक भी महाविद्यालय शामिल नहीं है। माध्यमिक शिक्षा के निदेशक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजे पत्र में कहा है कि लगातार अनुपस्थिति के कारण नामांकन रद्द कर दिए गए विद्यार्थियों को आगामी वार्षिक माध्यमिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल किए जाने पर परीक्षा परिणाम पर विपरीत प्रभाव पढ़ने की संभावना है। ऐसे में जिन विद्यार्थियों का नामांकन रद्द किया जा चुका है। उन्हें चिह्नित करते हुए वर्ष 2024 में होने वाली मैट्रिक और इंटर की परीक्षा के लिए ली जाने वाली सेंट अप टेस्ट परीक्षा में शामिल नहीं किया जाए।

दसवीं कक्षा में 9000 से ज्यादा छात्रों के कटे हैं नाम

10वीं और 12वीं कक्षा के वैसे छात्र जिनकी अनुपस्थिति के कारण नाम काट दिया गया है इन छात्रों की संख्या लगभग 15000 है। इसमें अभी तक दसवीं कक्षा में 9421 छात्र-छात्राओं के नाम काटे गए हैं। जबकि 12वीं कक्षा में 6618 छात्र-छात्राओं के नाम काटे गए हैं। ऐसे में इन छात्रों को सेंटप परीक्षा देने से रोका जा सकता है।

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