Move to Jagran APP

Bihar News: एड्स संक्रमित महिला ने सभी को चौंकाया, स्वस्थ बच्ची को जन्म देकर किया हैरान; डॉक्टर की हो रही तारीफ

Bihar News बगहा के अनुमंडलीय अस्पताल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। प्रसव पीड़ा से पीड़ित एक महिला की जांच में उसके और उसके पति दोनों के एचआईवी पॉजिटिव होने का पता चला। इस खबर से अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। चिकित्सकों ने तुरंत सुरक्षा के उपाय किए और महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है।

By Abu Sabir Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Wed, 18 Sep 2024 03:30 PM (IST)
Hero Image
पश्चिमी चंपारण में एड्स पीड़ित महिला ने स्वस्थ बच्चे को दिया जन्म (जागरण)
संवाद सहयोगी, बगहा (पश्चिमी चंपारण)। Paschimi Champaran News: बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में कुछ समय के लिए उस समय अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया जब एक प्रसव पीड़ा से पीड़़ित महिला अस्पताल पहुंची और जब उसकी जांच की गई तो जानकारी मिली कि वह एड्स पीड़ित है। जिसके बाद चिकित्सकों ने उसके पति की जांच किया तो वह भी पॉजिटिव पाया गया।

पति भी मिला पॉजिटिव

फिर चिकित्सकों ने अपने-देख में उक्त महिला का प्रसव कराया और बच्चे की जांच हुई तो वह पूरी तरह से स्वस्थ मिला। अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि सोमवार की देर शाम अस्पताल में प्रसव पीड़ा होने पर एक दंपति अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकीय जांच के दौरान पता चला कि पति पत्नी दोनों एड्स पॉजिटिव है। जिसके देखते हुए त्वरित अस्पताल प्रबंधन द्वारा सुरक्षा की दृष्टिकोण से लेबर वार्ड को नए सिरे से पीपी किट से लैस कर अपग्रेड किया गया।

सुरक्षित प्रसव कराया

इसके साथ ही प्रसव पीड़ित महिला को सुरक्षित बेड पर महिला चिकित्सक डॉ. पूजा कुमारी जीएनएम व स्वास्थय कर्मियों ने पीपी किट की मदद से प्रसव पीड़ित महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। जहां जच्चा- बच्चा सुरक्षित है। डीएस ने बताया कि एड्स पॉजिटिव दंपति को चिकित्सकों के देख रेख में रखा गया है। दंपती को हमेशा चिकित्सकीय उपचार के संरक्षण में रहते हुए जच्चा बच्चा को रखने का सुझाव दिया गया है।

अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि दंपति को तीसरी बच्ची हुई हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव दंपती को पॉजिटिव होने की भनक भी नहीं थी।

जब पीड़ित महिला अर्बन पीएचसी बगहा दो से हीमोग्लोबिन की मात्रा सात ग्राम ब्लड होने से रेफर के दौरान अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया , तब प्रसव पीड़ित महिला की ब्लड सैंपल की जांच के दौरान पॉजिटिव होने की सूचना लगी, तो स्वास्थ्य कर्मियों में दंग रहे और इसकी सूचना अस्पताल चिकित्सक समेत प्रभारी उपाधीक्षक को दिया और प्रसव पीड़ित महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया। जिसका नाम पता गुप्त रखा गया है। यहां बता दे कि जिले में करीब 3800 से अधिक लोग एड्स रोग से संक्रमित है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।