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West Champaran News: बाघ के गायब हुए अंग, मूंछ और बाल, अधिकारियों ने कहा- पोस्टमार्टम के वक्त तो सब ठीक था

डुमरी गांव में दहशत का पर्याय बने बाघ की मौत के बाद एक नया बखेड़ा शुरू हो गया है। यह बखेड़ा है बाघ के अंगों की चोरी का। घटना के तीसरे दिन थानाध्यक्ष के बयान पर पुलिस ने 125 नामजद और 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

By Vinod RaoEdited By: Umesh KumarUpdated: Wed, 12 Oct 2022 05:32 AM (IST)
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बाघ के गायब हुए अंग, मूंछ और बाल। फाइल फोटो
बगहा, जागरण संवाददाता। गोवर्धना थाना क्षेत्र के डुमरी गांव में दहशत का पर्याय बने बाघ की मौत के बाद एक नया बखेड़ा शुरू हो गया है। यह बखेड़ा है बाघ के अंगों की चोरी का। घटना के तीसरे दिन स्थानीय थानाध्यक्ष के बयान पर पुलिस ने 125 नामजद और एक हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। जिसमें मृत बाघ की मूंछ और शरीर के बाल समेत अंगों की चोरी का आरोप भी है। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वन अधिकारियों ने बाघ के सभी अंगों को सुरक्षित बताया था। उसमें गोलियों के जख्म के अलावा किसी तरह के अन्य घाव की बात नहीं कही गई थी।

सोमवार को छह गांव के 1125 लोगों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में बाघ के अंगों की चोरी होने की बात सामने आने पर वन अधिकारी सवालों के घेरे में हैं। इस पर गांवों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है। लोगों का कहना है कि नरभक्षी बाघ के लगातार हमले से आक्रोशित लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों पर जो गुस्सा उतारा उसकी भड़ास वह अनर्गल धाराएं लादकर निकाल रहे हैं।

अधिकारियों के साथ की गई थी बदसलूकी

पोस्टमार्टम होने तक जब बाघ का शव पूरी तरह सुरक्षित था तो अगले दिन उसके बाल नोचे जाने की बात सामने कैसे आने लगी। उधर, जानकार बताते हैं कि यह कार्रवाई खिसियानी बिल्ली वाली कहावत को चरितार्थ कर रही। दरअसल, मामला आला अधिकारियों के साथ बदसलूकी से जुड़ा हुआ है। जब बाघ को गोली लगी तो किसी ने अफवाह फैला दी कि उसे बेहोश करने वाली गोली मारी गई है। जिन लोगों ने अपनों को खोया था, उन्हें इस बात से बेहद दुख पहुंचा।

बेकाबू भीड़ से बचकर निकले थे सुरक्षाकर्मी

इसके बाद जब एसपी किरण कुमार गोरख जाधव के नेतृत्व में जब ट्रैक्टर पर लदे शव को लेकर टीम आगे बढ़ने लगी तो आक्रोशित भीड़ बाघ के मौत की पुष्टि की मांग करने लगी। एसपी ने इसके लिए जरूरी पहल भी की। जब लोग बाघ को नजदीक से देख रहे थे तो इस क्रम में भीड़ बेकाबू हो गई। किसी तरह सुरक्षाकर्मी मौके से निकल सके।

मूंछ और अन्य अंगों को गायब करने का आरोप

दूसरी ओर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की कि बाघ के सभी अंग सुरक्षित हैं, लेकिन प्राथमिकी में जो धारा लगी है, उनमें राष्ट्रीय पशु की मूंछ और अन्य अंगों को गायब करने का भी आरोप लगा है। बहरहाल, ग्रामीण बाघ के दहशत से तो फिलहाल आजाद हो गए हैं, लेकिन अब पुलिस का शिकंजा कसता नजर आ रहा है।

कानून अपने हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है। पुलिस काे सहयोग करने की जगह उलझना, हमला करना अपराध की श्रेणी में आता है। बाघ की मूंछ,शरीर के बाल नाेंचने,पुलिस टीम पर हमला करने,घेरने समेत अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। -किरण कुमार,गोरख जाधव,एसपी, बगहा

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