Bihar Tourism: सर्दी के सितम के बीच गुलजार हुआ वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व, एडवेंचर के शौकीन पर्यटकों का लगा तांता
Valmikinagar Tiger Reserve सर्दी के सितम के बीच वीटीआर में पर्यटकों से गुलजार है। जिसे देखने के बाद यह लगा रहा है कि यहां आने वाले पर्यटकों पर सर्दी का असर नहीं है। शायद यही कारण है कि आम दिनों की तरह हर रोज 50 से 100 पर्यटक पहुंच रहे। शनिवार और रविवार को यह संख्या दोगुनी हो जा है।
संवाद सूत्र,वाल्मीकिनगर। सर्दी का सितम जारी है। जब हर जगह पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा छाया है। जबकि वीटीआर में पर्यटकों से गुलजार है। जिसे देखने के बाद यह लगा रहा है कि यहां आने वाले पर्यटकों पर सर्दी का असर नहीं है। शायद यही कारण है कि आम दिनों की तरह हर रोज 50 से 100 पर्यटक पहुंच रहे हैं। शनिवार और रविवार को तो यह संख्या दोगुनी हो जा रही है।
वाल्मीकिनगर रेंजर राजकुमार पासवान का कहना है कि सैलानियों को जंगल सफारी करने का भरपूर आनंद मिल रहा। उनके ठहरने की व्यवस्था बेहतर है। ईको हट, सूइट और गेस्ट हाउस सभी बुक हैं। ठंड के बीच कोहरे में डूबी सुबह पर्यटकों को अपनी ओर खींच रही है। जंगल सफारी की चाहत में दौड़े आ रहे पर्यटकों की तादाद लगातार बढ़ रही है।
जिप्सी सफारी पर्यटकों की पहली पसंद
लगभग 900 वर्ग किलोमीटर का विशाल जंगल शुरू से ही सैलानियों की पसंद रहा है। गंडक नदी का किनारा वीटीआर की सुन्दरता में चार चांद लगाता है। वीटीआर के वन्य जीवों को एक नजर देखने के लिए सैलानी लालायित रहते हैं।विश्राम के साथ वीटीआर की सैर पर्यटकों को जिदगी के तनाव दूर भगाती है। यही वजह है कि वन्य जीव और जंगलों से प्रेम करने वाले सैलानी पर्यटन के इस मौसम में वीटीआर की ओर खींचे चले आ रहे हैं।
बदलते मौसम के संग वीटीआर की सैर का आनंद
जनवरी के दूसरे हफ्ते की शुरुआत में सर्दी सितम ढा रही है। सुबह देर से हो रही है और शाम वक्त से कुछ पहले। कोहरे में लिपटी सुबह के बीच तमाम पर्यटक गाइडों के साथ वीटीआर के जंगल में घूमने जा रहे हैं। वीटीआर के घने जंगल सूरज की रोशनी के लिए और इंतजार करा रहे हैं।वन्य जीवों की सुरक्षा की वजह से वीटीआर में पर्यटन के कड़े कायदे कानून हैं। निजी वाहन यहां नहीं जा सकते। वाहनों के हार्न भी बजाने पर रोक है। पर्यटकों की सुविधा को साथ मौजूद रहने वाले गाइड वीटीआर के रोमांच और नई-पुरानी कहानियों से सबको रूबरू करा रहे हैं।
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