गजब हो गया! एक ही इंजन, चेचिस और रजिस्ट्रेशन नंबर की दो स्कॉर्पियो जब्त, एक गिरफ्तार
कुमारबाग थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने बताया कि चोरी के गाड़ियों का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने के रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। एक ही नंबर के दो स्कॉर्पियो को जब्त किया गया है। चंद्रिका यादव को गिरफ्तार कर पूछताछ किया जा रहा है। मामले की जांच हो रही है। पुलिस ने चंद्रिका यादव को गिरफ्तार कर लिया है। उसेके खिलाफ धोखाधड़ी की पूर्व में भी प्राथमिकी दर्ज है।
जागरण संवाददाता, बेतिया/चनपटिया। कुमारबाग थाने की पुलिस ने एक ही रजिस्ट्रेशन, इंजन और चेचिस नंबर की दो स्कॉर्पियो को जब्त किया है। दोनों स्कॉर्पियो सासाराम (रोहतास) जिला परिवहन कार्यालय परिसर से जब्त किया गया। सफेद रंग की दोनों स्कॉर्पियो का रजिस्ट्रेशन नंबर, इंजन नंबर और चेचिस नंबर एक समान है।
मामले में पुलिस प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक चंद्र किशोर कुमार के आवेदन पर चनपटिया थाना क्षेत्र के गिद्धा निवासी चंद्रिका यादव, नालंदा जिला के लहेरी थाना क्षेत्र अंतर्गत भराव पर निवासी विवेक कुमार गुप्ता उर्फ टिंकू व रोहतास के तत्कालीन या वर्तमान जिला परिवहन पदाधिकारी, मोटरयान निरीक्षक और उनके कार्यालय के कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस ने चंद्रिका यादव को गिरफ्तार कर लिया है। चंद्रिका के खिलाफ वर्ष 2014 में चनपटिया थाना में धोखाधड़ी की पूर्व से प्राथमिकी दर्ज है। कुमारबाग थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने बताया कि चोरी के गाड़ियों का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने के रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। एक ही नंबर के दो स्कॉर्पियो को जब्त किया गया है। चंद्रिका यादव को गिरफ्तार कर पूछताछ किया जा रहा है। मामले की जांच हो रही है।
क्या है पूरा मामला?
बताया गया कि गिद्धा निवासी चंद्रिका यादव 15 फरवरी 22 को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिंगाछापर निवासी मणिलाल कुमार ने आठ लाख रुपये में एक स्कॉर्पियो गाड़ी खरीदी थी। चंद्रिका ने जिला परिवहन कार्यालय रोहतास से मणिलाल कुमार के नाम पर गाड़ी को ट्रांसफर भी करवा दिया था। मणिलाल को गाड़ी का ऑनर बुक भी मिल गया था।कुछ दिन पूर्व मणिलाल कुमार गाड़ी का पॉल्यूशन और इंश्योरेंस कराने गए तो पता चला कि उक्त गाड़ी वैशाली जिला के महुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत पकड़ी निवासी संतोष कुमार के नाम पर है। तब वे चंद्रिका पर गाड़ी वापस कर पैसा देने का दबाव बनाने लगे, लेकिन चंद्रिका पैसा देने से आनाकानी कर रहा था।
चार दिन पहले मणिलाल कुमार ने चनपटिया के भंगहा माई स्थान के समीप चंद्रिका को पकड़ लिया और पैसा वापसी के लिए उसे अपनी गाड़ी में बैठा कर अपने घर ले जाने लगे। इसी बीच चंद्रिका के भाई ने पुलिस से उसके अपहरण कर लिए जाने की शिकायत की।अपहरण की बात सुनते ही पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस कुछ ही देर के बाद चंद्रिका को अपने संरक्षण में ले ली। पूछताछ के दौरान पता चला कि अपहरण की बात गलत है। मामला गाड़ी के खरीद बिक्री से जुड़ा है।
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