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Bihar News: अस्पताल पहुंचे सिविल सर्जन तो गायब मिले डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी, चल गया विभाग का हंटर!

West Champaran News पश्चिम चंपारण के चनपटिया सामुदायिका स्वास्थ्य केंद्र का सिविल सर्जन ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान तीन चिकित्सक समेत नौ स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी से अनुपस्थित मिले जिसके बाद सिविल सर्जन ने सभी से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही इन सभी के अनुपस्थिक अवधि की सैलरी पर रोक लगाने का आदेश दिया है। सुबह साढे़ नौ बजे सिविल सर्जन अस्पताल पहुंचे थे।

By Alok Kumar Chaubey Edited By: Shashank Shekhar Updated: Fri, 02 Aug 2024 09:07 PM (IST)
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सिविल सर्जन ने CHC चनपटिया का किया निरीक्षण। सांकेतिक तस्वीर
संवाद सूत्र, चनपटिया। सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार ने चनपटिया सीएचसी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान तीन चिकित्सक समेत नौ स्वास्थ्य कर्मचारी बिना सूचना के ड्यूटी से गायब मिले। अनुपस्थित चिकित्सा पदाधिकारी व प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक से जवाब तलब करते हुए सीएस ने अनुपस्थित अवधि के वेतन भुगतान पर रोक लगाते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।

सुबह करीब 09:35 बजे सिविल सर्जन चनपटिया सीएचसी में पहुंचे थे। इस दौरान डॉ. हेमंत पांडेय, डॉ. नसीम अख्तर, डॉ. कुमार रितेश रूपम, स्वास्थ्यकर्मी श्याम बिहारी, रियाजुल हक, अनीस अहमद, संगणक चंदा कुमारी, परिचारी अलका देवी, जीएनएम गौरी कुमारी अनुस्पथित मिलीं।

सीएस ने अस्पताल का निरीक्षण किया। साफ-सफाई एवं वार्डों की व्यवस्था को देखा। ओपीडी चल रही थी। दवा काउंटर पर गए तो वहां का हालात देख सीएस दंग रह गए। अस्त-व्यस्त हालत में दवाएं रखी हुई थीं। दवा वितरण कक्ष में गंदगी की भरमार थी। सीएस के पहुंचने के बाद सफाई होने लगी। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की।

प्रसव ड्यूटी कक्ष से जीएनएम गायब

प्रसव कक्ष में दो महिलाएं भर्ती मिलीं, जिनका प्रसव कराने के लिए जीएनएम खुशबू कुमारी व बेबी कुमारी उपस्थित थीं, जबकि प्रसव ड्यूटी कक्ष से लेबर रुम इंचार्ज जीएनएम गौरी कुमारी गायब मिली। पता चला कि यहां प्रसव कराने आई महिलाओं का कोई पैथोलाजी जांच नहीं होती है।

बीएचटी का संधारण भी गलत ढंग से किया जाता है। एएनसी बुक की प्रतियां फाड़कर फेंक दी जाती हैं। सीएस ने कहा , यह दंडनीय है। प्रभारी को संबंधित जीएनएम से स्पष्टीकरण पूछने का आदेश दिया।

महीनों से ओटी का एसी खराब

सिविल सर्जन जब आपरेशन थियेटर का निरीक्षण करने पहुंचे तो वे दंग रह गए। ओटी में जाने के रास्ते में ताला बंद था। जब सीएस ने ताला खुलवाने का आदेश दिया तो ताला खोलने में काफी वक्त लगा। अंदर में लाइट और एसी खराब मिला। पुरुष तथा महिला वार्ड में किसी बेड पर चादर नहीं मिला।

साफ-सफाई भी नहीं थी। चारों तरफ गंदगी और टूटे हुए फर्नीचर पड़े थे। अस्पताल में कहीं भी दवा की उपलब्धता का बोर्ड नहीं लगा मिला।

प्रभारी के वेतन पर लगी रोक

जीएनएम प्रेमलता 31 जुलाई से और अंकिता रानी 22 जुलाई से सीएचसी से अनुपस्थित पाई गई।सिविल सर्जन ने प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक के जुलाई के मानदेय में 10 प्रतिशत की कटौती करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगा दिया है।

दोनों से तीन दिनों में स्पष्टीकरण देने को कहा है। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में जो कमियां देखने को मिली, उसमें जरूरी सुधार के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को सीएस ने निर्देश दिया।

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