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Bettiah News: बेतिया में गंडक नदी में टकराई दो नाव; स्कूल जा रहे 35 शिक्षकों की बाल-बाल बची जान, मची अफरा-तफरी

Gandak River Accident बिहार के बेतिया में गंडक नदी में एक नाव पलटने से 35 शिक्षक डूब गए लेकिन ग्रामीणों और गोताखोरों ने उन्हें सुरक्षित निकाल लिया। घटना बैरिया के पुजहा पटजिरवा घाट के पास हुई। नाव पर क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। शिक्षकों को स्कूल पहुंचने की जल्दी थी इसलिए वे सभी एक ही नाव पर सवार हो गए।

By Anil Kumar Yadav Edited By: Yogesh Sahu Updated: Mon, 09 Sep 2024 06:36 PM (IST)
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Bettiah News: बेतिया में गंडक नदी में दो नाव के टकराने से मची अफरा-तफरी।

संवाद सूत्र, बैरिया। गंडक नदी के पुजहा पटजिरवा घाट के समीप सोमवार की सुबह आठ बजे 40 यात्रियों से खचाखच भरी एक नाव अनियंत्रित होकर दूसरे नाव से टकरा गई और नाव पर सवार 35 शिक्षक डूब गए। हालांकि, ग्रामीणों एवं गोताखोरों के सहयोग से सभी शिक्षकों को नदी से सुरक्षित निकाल लिया गया।

उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीनगर की महिला शिक्षक आभा कुमारी की हालत गंभीर होने पर गवर्नमेंट मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि नाव पर कुल 40 लोग सवार थे। इसमें दियारे के विभिन्न स्कूलों के 35 शिक्षक थे।

पुजहा पटिजरवा घाट से नाव खुली। गंडक नदी के बीच धारा में पहुंचने पर नाव पानी के तेज बहाव में डगमगाने लगी। नाव को डगमगाता देख सभी शिक्षक डर गए। नाव श्रीनगर घाट से पुजहा पटजिरवा घाट के लिए आ रही दूसरी नाव में जाकर टकरा गई और डूब गई।

हालांकि, दूसरी नाव को कोई क्षति नहीं पहुंची। उस नाव के नाविक ने हिम्मत का परिचय दिया। रस्सी और बांस फेंक कर डूबे हुए नाव के सभी यात्रियों को बचाया। इस दौरान अलग- बगल खेतों में काम कर रहे मजदूर और स्थानीय गोताखोरों के सहयोग से 35 शिक्षकों को सुरक्षित निकाला गया।

ये सभी शिक्षक ठकराहा प्रखंड के श्रीनगर पंचायत के छह स्कूलों में पढ़ाने के लिए जा रहे थे। दुर्घटाग्रस्त नाव की सुराग नहीं मिली है। उसके नाविक भी फरार हो गए हैं। सभी शिक्षकों ने श्रीनगर थाना में पहुंचकर घटना की लिखित जानकारी दी है।

चूंकि कई शिक्षक के पास स्कूल की पंजी भी थी, जो नदी में बह गई है। श्रीनगर के थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि नाव पर सवार सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

कुछ शिक्षकों की मोबाइल एवं रजिस्टर पानी में बह गया है जिसका लिखित आवेदन शिक्षकों द्वारा दिया गया है।प्राइवेट नाव किसकी है और नाविक कौन थे, इसकी जानकारी नहीं मिली है। क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने का भी आरोप है, इसकी जांच की जा रही है।

प्रत्यक्षदर्शी की जुबानी पूरी घटना

ग्रामीण राजेश मुखिया ने बताया कि उनके सामने की घटना है। वह देख रहे थे कि शिक्षकों की नाव गंडक नदी में डगमगाने लगी है। श्रीनगर से आ रही एक दूसरी नाव से टकरा गई और पलट गई।

हालांकि, नाव को डगमगाता देख शिक्षक डर गए थे। इस वजह से भी नाव अनियंत्रित हो गई थी। हालांकि ग्रामीण राजेश मुखिया ने हिम्मत का परिचय दिया। वे गंडक नदी में कूद कर रस्सी एवं बांस के सहारे शिक्षकों को बचाने में सहयोग किए।

क्षमता से अधिक यात्री थी सवार

जिस नाव पर शिक्षक सवार थे। उस नाव की क्षमता 25 से 30 यात्री की थी। जबकि नाव पर कुल 35 शिक्षक एवं पांच ग्रामीण भी सवार हो गए थे। चूंकि शिक्षकों की मजबूरी थी कि उन्हें सुबह 8:55 बजे तक स्कूल में पहुंच जाना था। इसके बाद कोई दूसरी नाव खुलने वाली नहीं थी। सो, सभी शिक्षक एक हीं नाव पर सवार हो गए।

सरकारी नाव और लाइफ जैकेट हवा- हवाई

मौत के मुंह से निकले शिक्षकों में जिंदगी बचने की खुशी के साथ विभाग के प्रति गुस्सा भी दिखा। महिला शिक्षकों की हालत काफी खराब दिखी। वे डरी हुई थीं। एक शिक्षक ने कहा कि स्कूल में पहुंचने की समय बाध्यता है, लेकिन वहां जाएं कैसे , इसके लिए कोई संसाधन नहीं है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के शिक्षकों को सरकारी नाव और लाइफ जैकेट देने की घोषणा हवा हवाई है। एक शिक्षक अपने स्तर से जैकेट खरीद कर पहने हुए थे।

नाव पर सवार थे आठ स्कूलों के 35 शिक्षक

नाव पर सवार शिक्षकों में राजकीय मध्य विद्यालय श्रीनगर के शिक्षक संतोष कुमार, मुन्ना कुमार, गोपाल कुमार, सुमित कुमार, संदीप कुमार, अर्चना कुमारी, स्नेह लता कुमारी एवं रूपा कुमारी। वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीनगर के शिक्षक जयप्रकाश साह, जहीर अहमद, उपेंद्र कुमार एवं आभा कुमारी।

राजकीय प्राथमिक विद्यालय युगुल टोला के शिक्षक अजय चौरसिया, संध्या कुमारी ,अनिता कुशवाहा, सुभावती कुमारी। वहीं प्राथमिक विद्यालय श्रीनगर दो के शिक्षक नथुनी राम, मुन्ना कुमार एवं खुशबू कुमारी।

प्राथमिक विद्यालय जई टोला के आमिर लाल यादव, उमेश यादव, दिवाकर सिंह ,प्रेमशिला कुमारी। जबकि राजकीय प्राथमिक विद्यालय नगीना टोला के शिक्षक, आजम अली एवं पूनम गुप्ता।

उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीनगर एक की रेखा गुप्ता, उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीनगर की बेबी कुमारी, गुड्डू कुमार चौरसिया, पुष्पा कुमारी, रीता कुमारी, लक्ष्मण कुमार भारती, अख्तर आलम, प्रतिमा पाठक, मध्य विद्यालय श्रीनगर की श्वेता कुमारी एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीनगर के देवेंद्र कुमार नाव पर सवार थे।

क्या बोले बीईओ

ठकराहा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्णा नंदन राय ने बताया कि नाव पलटने की सूचना मिलते हीं वे मौके पर पहुंचे। प्रखंड मुख्यालय से 90 किमी दूर पुजहा- पटजिरवा घाट पर पहु़ंचे। सभी शिक्षकों को सुरक्षित देख प्रसन्नता व्यक्त की।

उन्होंने स्थानीय लोगों के प्रति आभार प्रकट किया। जिनके सहयोग से शिक्षकों को सुरक्षित निकाला गया। उन्होंने बताया कि बाढ़ क्षेत्र के शिक्षकों को सरकार द्वारा मिलने वाली सामग्री अभी नहीं मिली है। इसके लिए वरीय अधिकारियों को लिखा गया है।

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