मनियारी नदी के दबाव से रखहीं में जर्जर पुल पर बढ़ा खतरा, सहमे लोग
नरकटियागंज प्रखंड से दर्जनाधिक गांवों से होकर मैनाटांड़ प्रखंड को जोड़ने वाली मुख्य सड़क में रखहीं के पास पुल खतरनाक हो गया है। बिना पाया के इस पुल के दोनों तरफ एप्रोच का कटाव हो रहा है। मनियारी नदी का ऐसे ही दबाव रहा तो कभी भी यह ध्वस्त हो सकता है।
बेतिया । नरकटियागंज प्रखंड से दर्जनाधिक गांवों से होकर मैनाटांड़ प्रखंड को जोड़ने वाली मुख्य सड़क में रखहीं के पास पुल खतरनाक हो गया है। बिना पाया के इस पुल के दोनों तरफ एप्रोच का कटाव हो रहा है। मनियारी नदी का ऐसे ही दबाव रहा तो कभी भी यह ध्वस्त हो सकता है। ग्रामीणों में यह अंदेशा है कि इस साल का बरसात यह पुल नहीं झेल पाएगा। हादसा होने का डर बना हुआ है। केसरिया के पास मनियारी नदी का पानी सरेह के रास्ते फसलों को रौंदते हुए इस पुल से निकलती है। इस नदी के पानी का अधिक दबाव होता है। यदि पुल ध्वस्त हो गया तो डीके शिकारपुर से होकर रखहीं पहुंचने का मार्ग भंग हो जाएगा, जिससे धोबहा, फुलवरिया, जमुनिया, पचमवा, पुरैनिया, पदमौल गांव से मैनाटांड़ तक पहुंचने का रास्ता बंद हो जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि यह पुल ग्रामीण विकास विभाग की ओर से करीब दस साल पहले 20-25 लाख इसके निर्माण पर खर्च किया गया। उल्लेखनीय है कि यह पुल क्षेत्र के करीब तीस हजार लोगों के आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है। बोले ग्रामीण
पुल ग्रामीण विकास विभाग की ओर से करीब दस वर्ष पहले बनी थी। मनियारी नदी का पानी तेजी से प्रवाहित होता है। इस बरसात में पुल के गिरने की संभावना प्रबल हो गई है। यहां बड़े पुल की दरकार है। जिससे आमलोगों को सहूलियत मिल सकेगी।