आने वाले हैं दीपावली-छठ पूजा जैसे त्योहार, मिलावटखोरों से सावधान; बनारस-गोपालगंज से लाई जा रही नकली मिठाईयां
Bihar News त्योहारी मौसम शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में दीपावली से लेकर छठ पूजा तक कई त्योहार आने वाले हैं। त्योहार हो और मिठाई ना हो ऐसा हो नहीं सकता है। हालांकि अब मिलावटखोर जमकर नकली मावा खोया और दूध से बनी मिठाईयां बाजार में उतार रहे हैं। आपको इन मिठाईयों से सावधान होने की जरूरत है।
By Madhusudan KumarEdited By: Aysha SheikhUpdated: Tue, 03 Oct 2023 03:07 PM (IST)
जागरण संवाददाता, बेतिया। शारदीय नवरात्र, दीपावली तथा छठ का महापर्व आने को है। पर्व में मिठाई की बात न की जाए, ऐसा नहीं हो सकता। प्यार, प्रेम और उल्लास के त्योहारों में विभिन्न पकवानों के साथ मिठाइयों का विशेष महत्व रहता है, लेकिन मिठाइयों का सेवन जरा संभल कर ही करें।त्योहारों के मौके पर मिलावटी मिठाइयों का कारोबार भी खूब फलता-फूलता है। ऐसे में, मिठाइयों की खरीद करते समय दुकानों की चमक-दमक पर कतई न जाएं, बल्कि जांच-परख कर ही मिठाइयां खरीदें।
त्योहारों के मौके पर मिठाइयों की मांग अधिक बढ़ जाती है। मिठाई बेचने वाले कारोबारी भी इस मौके का फायदा उठाने से नहीं चूकते हैं। बाजार में मुनाफे के लालच में मिलावटखोर जमकर नकली मावा, खोया और दूध से बनी मिठाईयां उतार देते हैं, जो जाने-अनजाने हम और आप के घरों तक पहुंच जाती हैं।जिले में बड़ी मात्रा में दूध, पनीर, खोया और मावा की आमद गोपालगंज, गोरखपुर और बनारस से आता है। खाद्य सुरक्षा विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद शहर में मिलावट के कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
घर पर बनी मिठाई सुरक्षित
बाजार की मिठाइयों में होने वाली मिलावट को देखते हुए अधिकांश लोग अपने घरों में पर्व के लिए मिठाइयां तैयार कर सकते हैं। इसमें शुद्धता की पूरी गारंटी होती है। यही वजह है कि लोग बाजार से कच्चा माल खरीदकर खुद घर पर ही अधिकांश मिठाइयां तैयार करने में जुटे हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।रंगीन मिठाइयों में होते हैं हानिकारक रसायन
देखने में दिलकश लगने वाली मिठाइयों को खरीदने में सावधानी जरूर बरतें, क्योंकि इनके चटक चमकीले रंगों में आपके परिवार व मित्रों के लिए पोषक तत्व नहीं बल्कि हानिकारक रसायन ही मिले होते हैं। बाजार की मिठाइयों में ऐसे कई मिलावटी व सिथेटिक रंगों का इस्तेमाल होता है जो शरीर की पाचन क्रिया को नुकसान पहुंचाते हैं। इनके प्रभाव से पेट में गड़बड़ी, चक्कर, उल्टी, सिरदर्द, अनिद्रा, त्वचा में खुजलाहट जैसी शिकायत सामने आती हैं।ये भी पढ़ें - दरभंगा एम्स की जमीन को लेकर बवाल जारी, केंद्रीय मंत्री ने कहा- जल्द बाधाएं दूर होंगीबैंकों की सुस्ती से तोड़ रही अपने घर का सपना, धरातल पर नहीं सरकारी योजनाएं; मुठ्ठी भर लोगों को ही मिला ऋणत्योहार में मिठाइयों में मिलावट की आशंका का देखते हुए विभाग द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जाती है। समय-समय पर मिलावटखोरों से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है। - राजेश्वर प्रसाद, फूड इंस्पेक्टर बेतिया।